भदोही, 04 सितंबर। समाजवादी पार्टी (SP) के मुखिया और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) शिक्षक दिवस (Teachers day) यानी 5 सितंबर को भदोही आ रहे है। यहां वह एक शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों को सम्मानित करने के साथ जनसभा को भी सम्बोधित करेंगे। दरअसल शिक्षक सम्मेलन और सम्मान तो एक बहाना है। जमीनी हकीकत यह है कि पूर्व मुख्यमंत्री इसी बहाने पूर्वांचल(Purvanchal) के प्रबुद्ध वर्ग को साधने आ रहे हैं। निश्चित रूप से अगर प्रबुद्ध वर्ग उनके साथ जुड़ता है तो उन्हें एक मजबूत जमीन मिल जाएगी। क्योंकि आगामी विधानसभा में उनका सीधा मुकाबला भारतीय जनता पार्टी और हिंदुत्व के फायर ब्रांड नेता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Aaditynath) से है।
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पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव इस रैली के बहाने पूर्वांचल के प्रबुद्ध वर्ग को साधने का मन बनाया है। क्योंकि शिक्षक सबसे प्रबुद्ध और समाज का आईना होता है। अखिलेश यादव यह सोचते होंगे कि पूर्वांचल में शिक्षकों(Teachers) का अगर एक बड़ा वर्ग समाजवादी पार्टी से जुड़ता है तो इसका सीधा लाभ आगामी विधानसभा चुनाव(Up election) में होगा। क्योंकि शिक्षक समाज का पथ प्रदर्शक और प्रबुद्ध वर्ग माना जाता है। इनारगांव के एक कालेज में शिक्षकों सम्मानित करने के साथ दिव्यांग विश्वविद्यालय चित्रकूट के पूर्व कुलपति डा. वीराम पांडेय की धर्मपत्नी दिवंगत विमला देवी की प्रतिमा का भी अनावरण करेंगे। इसी बहाने वह ब्राह्मणों को भी साधने का काम करेंगे।
दिव्यांग विश्वविद्यालय(university) चित्रकूट के पूर्व कुलपति एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय शिक्षकसभा के प्रदेश अध्यक्ष डा. वीराम पांडेय ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया है कि शिक्षक दिवस पर प्रदेश भर के शिक्षकों को आमंत्रित किया गया है। यह संख्या कितनी होगी यह कहना मुश्किल है। पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आगमन की सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। 5 सितंबर(sepetember) को वह इनार गांव में दोपहर को शिक्षक सम्मेलन को सम्बोधित करने के साथ शिक्षकों का सम्मान करेंगे। मंच को अंतिम रूप दिया जा रहा है और हेलीकॉप्टर के लिए हेलीपैड भी तैयार हो गया है। जिला प्रशासन भी अपने स्तर से पूर्व मुख्यमंत्री की तैयारियों को लेकर सतर्क और सजग है। अखिलेश यादव( Akhilesh Yadav) के आगमन को लेकर समाजवादी पार्टी में काफी उत्साह देखा जा रहा है। रैली को सफल बनाने के लिए समाजवादी की पार्टी के लोग हफ्ते भर पूर्व से काफी मेहनत कर रहे हैं।