लखनऊ। उत्तर प्रदेश में 69 हजार यूपी शिक्षक भर्ती (UP Teacher Recruitment) का मामला लंबे समय से अहम मुद्दा बना हुआ है। इसको लेकर एक बार फिर सैकड़ों अभ्यर्थी शनिवार शाम को यूपी के राजधानी लखनऊ (Lucknow) स्थित मुख्यमंत्री आवास के पास कैंडिल मार्च निकाल रहे थे। यूपी पुलिस को यह बात नागवार गुजरी और इस दौरान जुटे सैकड़ों शिक्षकों पर बरर्बता पूर्वक लाठीचार्ज (Police Lathi Charge) किया। इस बरबर घटना के कुछ वीडियो सामने आए हैं, जिनमें दिख रहा है कि शिक्षकों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा जा रहा है। इस घटना आग बबूला विपक्षी पार्टियों ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधने को एक बड़ा मौका दे दिया है। यूपी शिक्षक भर्ती को लेकर अभ्यर्थी का कहना था कि 69 हजार शिक्षक की बहाली की जाए। इसके साथ ही उन्होंने मांग उठाई है कि इसमें 22 हजार सीटें और जोड़ी जाएं।
पढ़ें :- अखिलेश यादव, बोले- ‘BJP सरकार में ट्रांसफर, पोस्टिंग से लेकर हर पद का है रेट तय’ स्वास्थ्य विभाग में दवा, इलाज से लेकर हर जगह है भ्रष्टाचार
यूपी पुलिस के इस बरर्बता पूर्वक लाठीचार्ज (Police Lathi Charge) पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि हम 69000 शिक्षक भर्ती की मांगों के साथ हैं। यादव ने कहा कि युवा कहे आज का , नहीं चाहिए भाजपा सरकार।
भाजपा के राज में भावी शिक्षकों पर लाठीचार्ज करके ‘विश्व गुरु’ बनने का मार्ग प्रशस्त किया जा रहा है।
हम 69000 शिक्षक भर्ती की माँगों के साथ हैं।
युवा कहे आज का ~ नहीं चाहिए भाजपा#भाजपा_ख़त्म pic.twitter.com/Ns1FpknRG7
पढ़ें :- एसपी महराजगंज ने भारत-नेपाल बार्डर के अति संवेदनशील मार्गो का किया निरीक्षण
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) December 4, 2021
इस घटना पर कांग्रेस महासचिव व प्रदेश प्रभारी प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर कहा कि उत्तर प्रदेश के युवा हाथों में मोमबत्तियों का उजाला लेकर आवाज उठा रहे थे कि “रोजगार दो”। लेकिन, अंधेरगर्दी की पर्याय बन चुकी योगी सरकार ने उन युवाओं को लाठियां दीं। उन्होंने कहा कि युवा साथियों, ये कितनी भी लाठियां चलाएं, रोजगार के हक की लड़ाई की लौ बुझने मत देना। मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं।
उप्र के युवा हाथों में मोमबत्तियों का उजाला लेकर आवाज उठा रहे थे कि "रोजगार दो"।
लेकिन, अंधेरगर्दी की पर्याय बन चुकी योगी जी की सरकार ने उन युवाओं को लाठियां दीं।
पढ़ें :- भाजपा के दिग्गज नेताओं की शिकायत पर भारी है मुकेश श्रीवास्तव का रसूख, NRHM के आरोपी का स्वास्थ्य विभाग में कायम है जलवा
युवा साथियों, ये कितनी भी लाठियां चलाएं, रोजगार के हक की लड़ाई की लौ बुझने मत देना। मैं इस लड़ाई में आपके साथ हूं। pic.twitter.com/w40OAizX4e
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) December 5, 2021
तो वहीं आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने कहा कि योगी आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोज़गार नौजवानों को पिटवा लीजिये, लेकिन दो बात याद रखियेगा। पहला इन्हीं नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुंचाया और दूसरा बेरोज़गारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आख़िरी कील साबित होगी।
आदित्यनाथ जी जितना मन चाहे इन बेरोज़गार नौजवानों को पिटवा लीजिये लेकिन दो बात याद रखियेगा।
1.इन्ही नौजवानों ने आपको सत्ता के शिखर तक पहुँचाया।
2.बेरोज़गारों पर हो रहे जुर्म आपकी सत्ता के ताबूत में आख़िरी कील साबित होगी। pic.twitter.com/VTXX8iyXtY— Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) December 4, 2021
पढ़ें :- Delhi Election 2025 : सपा के बाद TMC ने किया AAP का समर्थन, अरविंद केजरीवाल बोले- 'थैंक्यू दीदी'
जबकि यूपी की पूर्व मुख्यमंत्री व बहुजन समाजपार्टी की सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय। सरकार इनकी जायज़ मांगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह मांग है।
यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती के पुराने व लम्बित मामले को लेकर राजधानी लखनऊ में कल रात शान्तिपूर्ण कैंडल मार्च निकालने वाले सैकड़ों युवाओं का पुलिस लाठीचार्ज करके घायल करना अति-दुःखद व निन्दनीय। सरकार इनकी जायज़ माँगों पर तुरन्त सहानुभूतिपूर्वक विचार करे, बीएसपी की यह माँग।
— Mayawati (@Mayawati) December 5, 2021