उत्तर प्रदेश: प्रदेश में कोरोना महामारी के दौरान हुई समस्या के बाद सीएम योगी ने बड़ा ऐलान किया है। दरअसल, अब देश में सर्वाधिक मेडिकल कालेजों वाले राज्य में यूपी का नाम सबसे ऊपर आ गया है। पीएम नरेन्द्र मोदी 15 जुलाई को प्रदेश के नौ नए मेडिकल कालेजों का लोकार्पण करेंगे। आपको बता दें, यूपी में सरकार का लक्ष्य हर जिले में एक मेडिकल कालेज खोलने का है। चिकित्सा शिक्षा विभाग के एक आधिकारिक प्रवक्ता के अनुसार, देवरिया, एटा, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, जौनपुर, मिर्जापुर, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर जिलों में नए कॉलेज खोले जाएंगे।
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इसी नीति के तहत पिछले चार सालों के दौरान चरणबद्ध तरीके से मेडिकल कालेजों की स्थापना की जा रही है। कई जिलों में वहां के जिला अस्पतालों को उच्चीकृत कर मेडिकल कालेज में परिवर्तित किया जा रहा है। देश में इस समय सरकारी मेडिकल कालेजों के मामले में महाराष्ट्र व तमिलनाडु शीर्ष पर हैं जहां 25-25 मेडिकल कालेज हैं।
दूसरी तरफ 16 जिलों में अलग से पीपीपी (पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप) मॉडल पर मेडिकल कालेज बनाए जाने का कार्य अन्तिम चरण में है। जानकारों की माने तो राज्य सरकार ने केन्द्र सरकार के सहयोग से हर जिले में एक मेडिकल कालेज बनाने की योजना पर तेजी से काम कर है। इसके पीछे उद्देश्य यही है कि प्रदेश में चिकित्सकों की कमीं दूर हो तथा लोगों को उनके करीब ही गम्भीर से गम्भीर रोग का इलाज की सुविधा मिले।
साथ ही कोरोना जैसी महामारी को नियंत्रित करने में आसानी हो। सरकार अपने इस उद्देश्य में किसी प्रकार की देरी नहीं करना चाहती थी लिहाजा बड़े-बड़े जिला अस्पतालों को ही उच्चीकृत कर मेडिकल कालेज बनाने का निर्णय किया गया। जहां साल 2017 में जहां प्रदेश में 12 मेडिकल कालेज थे, वहीं अब 33 मेडिकल कालेजों की स्थापना हो चुकी है। इनमें से 23 मेडिकल कालेजों में पढ़ाई शुरू कर दी गई है।