US Counter-Attack : अमेरिका (US) ने जॉर्डन (Jordan) में अपने सैनिकों पर हमलों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की। जिसमें अमेरिकी सेना (US Army) ने इराक और सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया और ईरानी ‘रिवोल्यूशनरी गार्ड’ के लगभग 85 ठिकानों पर हमले किए हैं। शुक्रवार को यह हमला अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (US President Joe Biden) और अन्य शीर्ष अमेरिकी नेताओं की चेतावनी के बाद किया गया है।
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अमेरिकी सेना की इस कार्रवाई पर राष्ट्रपति बाइडन (US President Joe Biden) ने एक बयान जारी कर कहा कि अमेरिका पश्चिम एशिया या दुनिया में कहीं भी संघर्ष नहीं चाहता, लेकिन जो उन्हें नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, वे यह जान लें, अगर वह किसी अमेरिकी को नुकसान पहुंचाएंगे, तो जवाब देंगे।” बाइडन ने शुक्रवार को कहा कि उनके निर्देश पर आज दोपहर अमेरिकी सैन्य बलों ने इराक और सीरिया में उन केंद्रों को निशाना बनाया जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया समूह अमेरिकी बलों पर हमला करने के लिए करते हैं। उनकी जवाबी कार्रवाई आज से शुरू हुई जो उनके द्वारा चुनी गई जगहों और हमारे चुने समय पर जारी रहेगी।
अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन (US Defense Minister Lloyd Austin) ने कहा कि उन सात केंद्रों पर ये हमले किए गए जिनका उपयोग आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया अमेरिकी सेना (US Army) पर हमला करने के लिए करते हैं। उन्होंने कहा कि यह जवाबी कार्रवाई की शुरुआत है। राष्ट्रपति ने आईआरजीसी और संबद्ध मिलिशिया को अमेरिका और गठबंधन बलों पर उनके हमलों का जवाबदेह ठहराने के लिए अतिरिक्त कार्रवाई का निर्देश दिया है।
अमेरिका के रक्षा मंत्री ने आगे कहा कि उनके द्वारा चुने समय और स्थानों पर हमले किए जाएंगे। वह पश्चिम एशिया या कहीं और संघर्ष नहीं चाहते, लेकिन राष्ट्रपति और वह अमेरिकी बलों पर हमले बर्दाश्त नहीं करेंगे। वह अमेरिका, उनकी सेनाओं और उनके हितों की रक्षा के लिए हर आवश्यक कार्रवाई करेंगे।”
इससे पहले पिछले रविवार को अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि जॉर्डन में ईरान के ‘इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड्स कॉर्प्स’ (आईआरजीसी) द्वारा समर्थित आतंकवादी समूहों के ड्रोन हमले में तीन अमेरिकी सैनिकों की मौत हो गई।