Utpanna Ekadashi 2021: हिंदू पंचांग के अनुसार कल यानी कि 30 दिसंबर, मंगलवार को उत्पन्ना एकादशी का व्रत रखा जाएगा। एकादशी का दिन विष्णु जी को समर्पित होता है। उत्पन्ना एकादशी को देवी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी कथा प्रचलित है कि इस दिन एकादशी योग माया, भगवान विष्णु के शरीर से उत्पन्न हुई थी। और उसने राक्षस मुरा का वध किया था। विष्णु जी को एकादशी बहुत प्रिय है।
उत्पन्ना एकादशी के दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत रखकर उनकी पूजा की जाती है।ऐसी मान्यता है कि इस दिन निश्छल हृदय से व्रत रहने वाले भक्तों की सर्व मनोकामना भगवान विष्णु पूरी करते है। इस पवित्र नदियों में स्नान करने से सभी प्रकार के रोग द्वेष दूर हो जाते हैं।
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उत्पन्ना एकादशी व्रत मुहूर्त
उत्पन्ना एकादशी तिथि : 29 नवंबर,सोमवार रात्रि 11 बजकर 22 मिनट से शुरू होकर
उत्पन्ना एकादशी समापन: 30 दिसंबर मंगलवार को रात्रि 0 9 बजकर 59 मिनट तक है।
पारण तिथि हरि वासर समाप्ति का समय: 01 प्रातः सुबह 07 बजकर 37 मिनट