Vaishakh Purnima 2022 : पीपल का वृक्ष विशाल होता है। यह छाया देने के साथ ही बहुत ही धार्मिक महत्व रखता है।भगवान श्रीकृष्ण ने भी कहा है कि वृक्षों में, मैं पीपल हूं। शास्त्रों के अनुसार पीपल के वृक्ष में सभी देवी देवताओं और हमारे पितरों का वास माना गया है। पौराणिक मान्यता के अनुसार पीपल के पेड़ पर हर वक्त माता लक्ष्मी का वास होता है। इसलिए वैशाख पूर्णिमा के दिन पीपल की पूजा करने पर विशेष लाभ प्राप्त होता है। पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाने से पितृ दोष से मुक्ति मिल जाती है। वैशाख माह में आने वाली पूर्णिमा को वैशाख पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस साल वैशाख पूर्णिमा 16 मई को पड़ रही है।
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वैशाख मास की पूर्णिमा 16 मई को है। इस तिथि की शुरुआत 15 मई को रात्रि 12.45 से अगले दिन 16 मई को रात 9.45 बजे तक रहेगी।
धर्म शास्त्रों के अनुसार वैशाख पूर्णिमा के दिन पवित्र वृक्ष पीपल की पूजा करना बहुत ही उत्तम माना जाता है। मान्यता है कि इस दिन पीपल की पूजा करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है। साथ ही, पितृ गण भी संतुष्ट तृप्त होते हैं। ऐसी मान्यता है कि पीपल की पूजा अर्चना कर उनसे मदद मांगने पर कुछ ही समय में कष्ट दूर हो जायेंगे।