Varuthini Ekadashi 2023: सनातन धर्म में एकादशी का व्रत महत्वपूर्ण स्थान रखता है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णि है कि एकादश्ी के व्रत का पालन करने वालों को भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार एकादश्ी के व्रत का पालन करने से मोक्ष् की प्राप्ती होती है। वैशाख माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी को वरुथिनी एकादशी के नाम से जाना जाता है। आइये जानते हैं वैशाख की वरुथिनी एकादशी की तिथि्, मुहूर्त और महत्व के बारे में ।
पढ़ें :- 19 नवम्बर 2024 का राशिफल: इन राशि के लोगों को मिलेगा भाग्य का साथ
वरुथिनी एकादशी 2023 मुहूर्त (Varuthini Ekadashi 2023 Muhurat)
वैशाख माह कृष्ण पक्ष — वरुथिनी एकादशी
तिथि
15 अप्रैल 2023 को रात 08 बजकर 45 मिनट पर आरंभ
16 अप्रैल 2023 को शाम 06 बजकर 14 मिनट पर समाप्त होगी
श्रीहरि की पूजा मुहूर्त— सुबह 07 बजकर 32 मिनट से सुबह 10 बजकर 45 मिनट तक
दान
एकादशी के व्रत में दान का बहुत महत्व है। पौराणिक ग्रंथों में वर्णित है कि इस दिन दान करने से भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती और भक्त को मोक्ष मिलता है।
पढ़ें :- Tulsi Mala : तुलसी माला धारण के ये है नियम , ये ग्रह मजबूत होते है
इन बातों से रहें दूर
एकादशी को जुआ खेलना, सोना, पान खाना, दातून करना, परनिन्दा, चुगली, चोरी, हिंसा, रति, क्रोध तथा असत्य भाषण- इन ग्यारह बातों का परित्याग करे।