Vastu Tips : घर की रसोई से परिवार के सदस्यों का स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है इसके साथ ही साथ आर्थिक तरक्की का रास्ता भी वहां से खुलता है। पौराणिक ग्रंथों के अनुसार, अन्न की देवी मां अन्नपूर्णा का भी संबंध घर की रसोई से होता है। मां अन्नपूर्णा की कृपा जिस घर पकरवार को मिलती है वहां किसी भी प्रकार की कोई समस्या नहीं होती है। मां अन्नपूर्णा की कृपा से घर परिवार की आर्थिक तरक्की होती रहती है। आइये जानते है वास्तु के अनुसार रसोई घर के नियम।
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1.वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई घर के लिए आग्नेय कोण का इस्तेमाल करना चाहिए। आग्नेय कोण दक्षिण और पूरब की दिशा को कहते हैं। इस दिशा में ऊर्जा यानी अग्नि का वास होता है। इससे मंगल ग्रह की अशुभता दूर होती है। इस दिशा का संबंध शुक्र देव से भी होता है।
2.घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा में किचन नहीं बनाना चाहिए। दरअसल इस दिशा में किचन होने से वास्तु दोष उत्पन्न होता है।
3.रसोई में गैस चूल्हा रखने के लिए स्लैब पूरब या उत्तर दिशा की ओर होना चाहिए।
4.वास्तु शास्त्र के अनुसार झूठे बर्तनों को अधिक देर तक रसोई घर में नहीं रखना चाहिए।
5.रसोई में कोई भी टूटा बर्तन, बेकार का सामान या कूड़ा-कचरा जमा ना हो।
6.रसोईघर में प्रयोग होने वाले खाद्य पदार्थ आटा, चावल, दाल आदि पश्चिम अथवा दक्षिण दिशा में रखने चाहिए।
7.रसोई घर में प्रकाश की व्यवस्था जैसे खिड़की या बल्व पूर्व और उत्तर दिशा
में अवश्य लगाना चाहिए।