Vastu Tips Navratri : नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा उपासना के लिए घटस्थापना का विधान है। मां की नौ दिनों तक पूजा करने के लिए अखण्ड ज्योति भी जलाने का विधान है। चैत्र नवरात्रि शक्ति की उपासना का प्रमुख पर्व है। इस साल यह 2 अप्रैल से शुरू होकर 11 अप्रैल, 2022 तक चलेगी पौराणिक मान्यताओं के अनुसार विधि विधान से पूजा करने पर मां दुर्गा प्रसन्न होती और उनकी विशेष कृपा मिलती है। वास्तु के अनुसार,कलश स्थापना ईशान कोण यानी कि उत्तर-पूर्व कोण में करें। वास्तु शास्त्र के अनुसार यह दिशा पूजा-पाठ के लिए सबसे शुभ और उत्तम है, इससे घर में सुख-समृद्धि बढ़ती है।
पढ़ें :- Vastu Tips Reading : पढ़ाई में सफलता के लिए अपनाएं वास्तु के ये नियम , नहीं करना पड़ेगा परेशानियों का सामना
नवरात्रि के दिन घर के दरवाजे पर तोरण लगाने और घर पर ध्वजा यानी झंडा लगाने से वास्तु संबंधी समस्याएं समाप्त हो जाती हैं और घर सकारात्मकता से भर जाता है।
चैत्र नवरात्रि में अखंड ज्योति का विशेष महत्व है। ऐसे में इसे जलाते वक्त वास्तु के नियमों का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वास्तु शास्त्र के अनुसार, आग्नेय कोण (दक्षिण-पूर्व) में अखंड दीपक जलाना अत्यंत शुभ माना जाता है।