वास्तु शास्त्र में आज बच्चों के कमरे में मोमबत्ती लगाने की बात करते हैं। बच्चों के कमरे के पूर्वी, उत्तर-पूर्वी या दक्षिणी भाग में मोमबत्ती जलाने से बच्चे पढ़ाई की ओर आकर्षित होते हैं और पढ़ाई में मन लगता है। साथ ही उनकी बौद्धिक क्षमता भी बढ़ती है।
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अब तक उन जगहों के बारे में बात की है जहां आप मोमबत्तियां लगा सकते हैं, लेकिन कुछ जगहें ऐसी भी हैं जहां मोमबत्तियां नहीं जलानी चाहिए। घर के वायव्य कोण, यानी कि उत्तर-पश्चिम दिशा में भी कैंडलस नहीं रखनी चाहिए। यहां पर कैंडलस, यानी कि मोमबत्ती रखने से परिवार के सदस्यों में अशांति पैदा होती है तथा एक-दूसरे के प्रति जलन की भावना आती है।
मोमबत्ती घर के उत्तरी कोने में नहीं रखनी चाहिए। इस दिशा में मोमबत्तियां रखने से धन का आगमन बाधित होता है, जिससे आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है। साथ ही मोमबत्ती को उत्तर-पश्चिम दिशा में नहीं रखना चाहिए।
यहां मोमबत्ती रखने से परिवार के सदस्यों में अशांति पैदा होती है और एक-दूसरे के प्रति ईर्ष्या की भावना पैदा होती है। बच्चों के कमरे की पूर्वी, उत्तर-पूर्वी या दक्षिणी भाग में मोमबत्ती जलाने से बच्चे पढ़ाई की ओर आकर्षित होते हैं, उनका पढ़ाई में मन लगता है। हम आपको बता देते हैं की घर के उत्तरी कोने में कैंडलस नहीं लगानी चाहिए। इस दिशा में कैंडलस लगाने से पैसों का आगमन बाधित होता है जिससे आर्थिक स्थिति बिगड़ सकती है।