Vastu Tips : जल ही जीवन है। जल जीवन का आधार है। हिंदू धर्म में जल की पूजा की जाती है। जल स्रोतों की पूजा की जाती है। जल के देवता इंद्र देव और वरुण की पूजा होती है। जल के एक एक बूंद का महत्व जीवन में है। जल के संरछण के लिए सदियों से हमारे ऋषि मुनि तपस्वी चिंतित रहे है। उन्होंने हमें जल के महत्व के बारे में बताया है। आज कल आधुनिक जीवन शैली में हर काम मशीनी होता जा रहा है। मशीन के द्वारा जल स्रोतों से पानी कंपनियों तक पहुंचाया जाता है। घर में लगे पानी के उपकरण से या फिर टोटी से पानी का रिसना या टपकना बहुत ही अशुभ माना जाता है। वास्तु शास्त्र के मुताबिक घर में पानी का रिसाव बहुत ही अशुभ माना जाता है। पानी का व्यर्थ होना या बहना अच्छा नहीं माना जाता है। आइये जानते है वास्तु के अनुसार पानी को लेकर क्या शुभ और क्या अशुभ है।
पढ़ें :- 09 नवम्बर 2024 का राशिफल: इन राशि के लोगों को आज होगा आर्थिक लाभ, व्यापार में भी मिलेगी तरक्की
वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में सिंक या बाथरूम के नल और टंकी को बंद करने के बाद भी पानी का बूंद-बूंद होकर गिरने से घर में नकारात्मक ऊर्जा (Negative Energy) का वास होता है। वास्तु के मुताबिक जिस घर में नल टपकता है वहां फिजूल खर्च अधिक होते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार उत्तर पूर्व दिशा पानी का टैंक रखने के लिए शुभ मानी जाती है। इस दिशा में पानी का स्थान होने से धन का भंडार भरा रहता है।