Vastu Tips : आधुनिक जीवन शैली में यात्रा करना आम बात है। छोटी दूरी से लेकर लंबी दूरी तक यात्रा करना दिनचर्या का हिस्सा होता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार यात्रा के नियम बनाए गए है। यात्रा को लेकर प्राचीन काल से ही शुभ अशुभ की मान्यताएं चली आ रही है। शास्त्रों में यात्रा को लेकर दिशाशूल की व्याख्या मिलती है। शास्त्रों में बताया गया है कि किस दिशा में किस दिन यात्रा नहीं करनी चाहिए। साधारण शब्दों में, जिस दिशा में यात्रा नहीं करनी चाहिए, वहीं दिशाशूल कहलाता है। यात्रा करने के लिए हर दिशा के लिए एक दिन निर्धारित है। ज्योतिष के अनुसार इस दिन जिस दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए, यदि कोई जातक उस दिशा में यात्रा करता है तो दिशाशूल का शिकार होता है।
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पूर्व दिशा
सोमवार और शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
पश्चिम दिशा
रविवार और शुक्रवार को पश्चिम दिशा नहीं करनी चाहिए।
उत्तर दिशा
मंगलवार और बुधवार को उत्तर दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए।
दक्षिण दिशा
गुरुवार को दक्षिण दिशा की यात्रा नहीं करनी चाहिए। य
यदि किसी दिशा में दिशाशूल हो और उस दिशा में जाना बहुत जरूरी हो तो उस दिशा से संबंधित दोष को निम्नलिखित चीजों को धारण करके दूर किया जा सकता है। रविवार का दिशाशूल दूर करने के लिए पान, सोमवार को चंदन, मंगलवार को मिट्टी, बुधवार को पुष्प, गुरुवार को दही, शुक्रवार को घी और शनिवार को तिल धारण करके निकलने पर दिशा संबंधी दोष दूर हो जाता है।