Hijab Controversy : कर्नाटक (Karnataka) में हिजाब (Hijab) को लेकर उठा विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। यह विवाद इतना तूल पकड़ लिया है कि सियासी गलियारों में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है।
पढ़ें :- BSNL ने लॉन्च की भारत में पहली Satellite-to-Device सर्विस,Jio-Airtel को पछाड़ा
बता दें कि इसको लेकर कर्नाटक से लेकर गुजरात तक इस मामले पर प्रदर्शन हो रहे हैं। ये मामला लगातार बढ़ता दिख रहा है। इस बीच ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने हिजाब को लेकर बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि ‘मैं रहूं या न रहूं एक दिन हिजाब पहनी बच्ची प्रधानमंत्री बनेगी।’
अपने ट्विटर अकाउंट पर ओवैसी ने एक वीडियो पोस्ट किया है। इसमें वह हिजाब मामले पर बोल रहे हैं। इसमें उन्हें कहते सुना जा सकता है कि ‘हम अपनी बेटियों को इंशा अल्लाह, अगर वे ये फैसला करती हैं कि अब्बा-अम्मी मैं हिजाब पहनूंगी, तो अब्बा-अम्मी पहले बोलेंगे बेटा पहन, तुझे कौन रोकता है। हम देखेंगे। हिजाब पहनेंगे, नकाब पहनेंगे कॉलेज भी जाएंगे। कलेक्टर भी बनेंगे। डॉक्टर भी बनेंगे, बिजनेस मैन, एसडीएम भी बनेंगे और कानपुर की जनता तुम याद रखना मैं जिंदा रहूं या ना रहूं देखना एक दिन इस देश की एक बच्ची हिजाब पहनकर प्रधानमंत्री भी बनेगी।’
इंशा’अल्लाह pic.twitter.com/lqtDnReXBm
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) February 12, 2022
पढ़ें :- MCD Elections Live : AAP के महेश कुमार खिंची चुने गए दिल्ली के नए मेयर, भाजपा उम्मीदवार को 3 वोट से हराया
बता दें कि इससे पहले भी ओवैसी हिजाब के समर्थन में अपनी प्रतिक्रिया दे चुके हैं। उन्होंने पहले कहा था कि भारत का संविधान अधिकार देता है कि आप चादर ओढ़ें, नकाब पहनें या हिजाब पहनें। उन्होंने पुट्टास्वामी के फैसले का हवाला देते हुए कहा था कि पुट्टास्वामी का फैसला आपको इस बात की इजाजत देता है। यह हम लोगों की पहचान है। उन्होंने कहा था कि ‘मैं सलाम करता हूं उस लड़की को, जिसने उन लड़कों को जवाब दिया था। ओवैसी ने यूपी में एक रैली में भी कहा था कि मुस्लिम महिला बिना किसी डर के हिजाब पहन सकती है।
वहीं पुलिस ने शनिवार को गुजरात के विभिन्न शहरों में ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलिमीन (AIMIM) के कई पदाधिकारियों को हिरासत में लिया है। कर्नाटक के कुछ शैक्षणिक संस्थानों में छात्राओं को कक्षाओं में हिजाब पहनने की अनुमति नहीं दिए जाने के खिलाफ गुजरात के विभिन्न शहरों में प्रदर्शनों को नाकाम करने के लिए पुलिस ने यह कदम उठाया है।
अधिकारियों ने बताया कि सूरत में प्रदर्शन की खबर सोशल मीडिया पर प्रकाशित किए जाने के बाद बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया था, जबकि अहमदाबाद में हिजाब के समर्थन में हस्ताक्षर अभियान शुरू किए जाने से पहले एआईएमआईएम (AIMIM) के कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया।