नई दिल्ली। टीम इंडिया की रन मशीन विराट कोहली ने श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 166 पारी में आठ छक्के जड़कर क्रिकेट जगत में तहलका मचा दिया है। इसके बाद एक इंटरव्यू में विराट कोहली ने टीम इंडिया की थ्रोडाउन तिकड़ी डी राघवेंद्र, नुवान सेनेविरत्ने और दयानंद गरानी को अपनी बल्लेबाजी में बड़ा बदलाव लाने का श्रेय दिया है। थ्रोडाउन स्पेशलिस्ट नेट्स पर बल्लेबाजों के अभ्यास के लिए लगातार 140 से 150 किमी घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करते हैं। इसके लिए वह एक लंबे डंडे का उपयोग करते हैं, जिसके एक छोर में हैंडल होता है और दूसरे छोर में गेंद को पकड़ने के लिए सांचा होता है।
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.@imVkohli & @ShubmanGill reflect on the efforts put behind the scenes, courtesy this trio of throwdown specialists
You wouldn't want to miss this sneak peek into #TeamIndia's backstage heroes
– By @ameyatilak Special Feature
#INDvSLhttps://t.co/SFYQKgKkW2 pic.twitter.com/zY0g2pjJHI — BCCI (@BCCI) January 16, 2023
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श्रीलंका के खिलाफ नाबाद 166 रन की मैच जिताऊ पारी खेलने के बाद विराट कोहली ने कहा कि इन तीनों ने हमें हर बार खेलने के लिए विश्व स्तरीय अभ्यास दिया है। वे हमें किसी भी 145 या 150 किमी प्रति घंटे के तेज गेंदबाजों की तरह नेट्स में चुनौती देते हैं। वे हमेशा हमें आउट करने की कोशिश करते हैं और यह सुनिश्चित करते हैं कि वे नियमित रूप से हमारी परीक्षा लें।
विराट के अलावा शुभमन गिल ने भी श्रीलंका के खिलाफ वनडे सीरीज के तीसरे मैच में शतक लगाया। इसके बाद उन्होंने विराट कोहली का इंटरव्यू भी लिया। इस दौरान कोहली ने कहा “कभी-कभी, उनकी गति बहुत तेज लगती है। ईमानदारी से कहूं तो इसकी वजह से मेरे करियर में काफी अंतर आया। मैं पहले जहां था और आज जहां हूं, उसमें इस अभ्यास का बहुत योगदान है।
कर्नाटक के राघवेंद्र, जिन्हें ‘रघु’ के नाम से जाना जाता है, राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी से बीसीसीआई में शामिल हुए, और टीम इंडिया में शामिल होने वाले पहले व्यक्ति थे। वह नियमित रूप से बल्लेबाजी के उस्ताद सचिन तेंदुलकर और पूर्व भारतीय कप्तान एमएस धोनी को थ्रोडाउन देते थे। भारत ने 2018 में बाएं हाथ के श्रीलंकाई सेनेविरत्ने को बाएं हाथ के तेज गेंदबाजों के लिए तैयार करने में मदद करने के लिए काम पर रखा था। दयानंद कोलकाता पुलिस में एक स्वयंसेवक नागरिक हैं। वह पहले किंग्स इलेवन पंजाब के साथ थे। 2020 में रघु कोरोना संक्रमित हुए थे। इसके बाद वह टीम इंडिया के साथ जुड़े और अब भारतीय स्टाफ के नियमित सदस्य बन गए हैं।
विराट ने कहा कि इन लोगों को काफी श्रेय जाता है, जिन्होंने हमें नियमित अभ्यास कराया और उनका योगदान अविश्वसनीय रहा है। आप लोगों को उनके नाम और चेहरे याद रखने चाहिए क्योंकि हमारी सफलता के पीछे इन लोगों ने काफी मेहनत की है।” इस पर गिल ने कहा कि इन तीनों को मिलाकर 1200 से 1500 विकेट होते। वे हमें मैच में आने वाली सभी प्रकार की परिस्थितियों के लिए तैयार करते हैं। भारत ने अंतिम वनडे मैच में श्रीलंका को 317 रन से हराकर सीरीज 3-0 से अपने नाम की। इस सीरीज में कोहली ने तीन मैचों में दो शतक लगाए।