नई दिल्ली। मणिपुर हिंसा के मुद्दे पर संसद में मंगलवार को भी हंगामा जारी रहा। हंगामे को देखते हुए पहले लोकसभा और बाद में राज्यसभा में सदन की कार्यवाही को कुछ घंटे के लिए स्थगित करना पड़ा। बाद में जब राज्यसभा में कार्यवाही शुरू हुई तो कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने मणिपुर हिंसा के मामले में केंद्र सरकार (Central government) और पीएम मोदी (PM Modi) पर जमकर निशाना साधा। खरगे ने कहा कि हम यहां पर मणिपुर हिंसा की बात कर रहे हैं और पीएम मोदी ईस्ट इंडिया कंपनी की बात कर रहे हैं।
पढ़ें :- दिल्ली में केंद्र सरकार ने कर्मचारियों के ऑफिस आने के समय में किया बदलाव, जानिए कारण
बीजेपी संसदीय दल की बैठक में विपक्षी पर बरसे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले बीजेपी की संसदीय दल की बैठक में शामिल हुए। इस बैठक में संबोधित करते हुए उन्होंने विपक्षी दलों पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि, मैंने आज तक इतना दिशाहीन विपक्ष कभी नहीं देखा। इसी दौरान पीएम मोदी ने विपक्ष द्वारा बनाए गए गठबंधन INDIA की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि सिर्फ गठबंधन का नाम इंडिया लिख लेने से कुछ नहीं होता जाता है। ऐसे तो ईस्ट इंडिया कंपनी ने भी अपने नाम के साथ इंडिया जोड़ लिया था।इसी तरह इंडियन मुजाहिद्दीन के नाम में भी इंडिया है।
मणिपुर जल रहा है। वहां बलात्कार हो रहे हैं, घर तबाह हो रहे हैं।
हम यहां मणिपुर की बात कर रहे हैं, लेकिन प्रधानमंत्री ईस्ट इंडिया की बात कर रहे हैं।
: सदन में कांग्रेस अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष श्री @kharge pic.twitter.com/cfafs5kZGs
पढ़ें :- Manipur Violence : मल्लिकार्जुन खरगे, बोले- मोदी जी 'बीजेपी की डबल इंजन की सरकार में न मणिपुर एक है और न ही सेफ है'
— Congress (@INCIndia) July 25, 2023
मणिपुर हिंसा को लेकर संसद में हंगामा
बता दें कि, मणिपुर में हिंसा को लेकर संसद में लगातार हंगामा जारी है। विपक्षी दल इस मुद्दे पर लेकर केंद्र और वहां की सरकार को घेर रहे हैं। इसी हंगामे में मानसून सत्र के शुरूआती तीन दिन भेंट चढ़ गए हैं। आज चौथा दिन है और लोकसभा की कार्यवाही को हंगामे के चलते 2 बजे तक के लिए स्थगित करना पड़ा है। वहीं इस हंगामे को देखते हुए राज्यसभा की कार्यवाही को भी दो बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। मणिपुर पर चर्चा के नियम और प्रधानमंत्री के जवाब को लेकर पेच फंसा हुआ है। विपक्ष संसद के अंदर प्रधानमंत्री से बयान की मांग पर अड़ा है तो सरकार का कहना है कि इस मामले पर गृह मंत्री बयान देंगे ना कि प्रधानमंत्री।