Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. वेलकम मैम आप इस कोतवाली की कोतवाल हैं, 11वीं की छात्रा एक दिन की कोतवाल बनी साधना राठौर ने मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही के दिए निर्देश

वेलकम मैम आप इस कोतवाली की कोतवाल हैं, 11वीं की छात्रा एक दिन की कोतवाल बनी साधना राठौर ने मुकदमा दर्ज कर कड़ी कार्यवाही के दिए निर्देश

By Sushil Singh 
Updated Date

मुरादाबाद :- मिशन शक्ति 5.0 के तहत पुरे प्रदेश में महिलाओं और छात्राओं को जागरूक करने के लिए एक दिन का डीएम, एसएसपी, सीओ, कोतवाल, प्रिंसिपल आदि बनाकर महिलाओं को सशक्त बनाना और लड़कियों में नेतृत्व की भावना जगाना इस कार्यक्रम का उद्देश्य हैं. मुरादाबाद की सदर कोतवाली क्षेत्र में 11वीं में पढ़ने वाली साधना राठौर एक दिन का कोतवाल बनाया गया. साधना कोतवाल का चार्ज संभालते ही एक्शन मोड़ में नजर आयी. फरियादि की समस्या सुनते ही मुकदमा दर्ज करने व मेडिकल कराने का आदेश देते हुए फरियादि को आश्वासन दिया कि आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी.

पढ़ें :- मृतक BLO का कार्य बहुत अच्छा था, SIR का मामला सामने आ रहा है, हम सभी पहलुओं पर जाँच कर रहे :- डीएम अनुज कुमार सिंह

मिशन शक्ति के तहत हिन्दू मॉर्डन इंटर कॉलेज की पढ़ने वाली 11वीं की छात्रा साधना राठौर को एक दिन का कोतवाल बनाया गया. साधना राठौर के लिए यह पल एक सपने जैसा था उसने अपने अभी तक के जीवन में कभी नहीं सोचा होगा की पढ़ाई करते समय न्याय की कमान संभालना कितना आसान हैं और यह अनुभव उसको सिखने मिलेगा. साधना अपने स्कूल की बाकी छात्राओं के साथ जब कोतवाली पहुंचती हैं वहां मौजूद कोतवाली प्रभारी विजेंद्र सिंह ने साधना राठौर का स्वागत करते हुए कहा वेलकम मैम आज एक दिन के लिए आप इस कोतवाली की कोतवाल हैं मिशन शक्ति के तहत आज आप कोतवाल का चार्ज संभालिये बताए कहा से शुरू करें.

एक दिन की कोतवाल साधना राठौर ने कोतवाली का निरीक्षण किया वही थाने में मौजूद सभी पुलिसकार्मियों का परिचय लिया. उसके बाद सीधे ऑफिस में पहुंचकर अपने ऑफिस के बाहर बैठे फरियादियों को अंदर बुलाया, सबसे पहले उनको हल्का फुल्का कुछ खाने को दिया और उनसे प्रार्थना पत्र लेकर उसको पढ़ा. साथ ही पास में बैठी सीओ सिटी से उस शिकायत पत्र पर बातचीत की कुछ सवाल सामने बैठी दो महिला फरियादियों से पूछे उसके बाद पास में बैठे इंस्पेक्टर विजेंद्र सिंह को मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए साथ ही उनके मेडिकल कराने के लिए भी कहा गया. एक दिन की कोतवाल साधना राठौर ने दोनों महिलाओ को आश्वासन दिया की आपको न्याय मिलेगा और आरोपियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी.

एक दिन की कोतवाल साधना राठौर जब कोतवाली से बाहर निकली तो खुश होकर बोलीं आज मुझे कोतवाली का प्रभारी बनने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. मैंने कोतवाली में हेल्प डेस्क का निरिक्षण  किया मुझे बहुत अच्छा लगा, इसके अलावा एक बुजुर्ग महिला शिकायत लेकर आयी थी उनके साथ मारपीट की गयी थी तो मैंने उनका मेडिकल कराकर मुकदमे के आदेश भी दिए है. मुझे बहुत अच्छा लगा आज यहां आकर. प्रदेश सरकार की इस अनोखी पहल से हजारों बेटियां सीख रही हैं कि किस तरह न्याय की कमान संभालना कितना आसान और जरूरी है. यही मिशन शक्ति का मुख्य उद्देश्य हैं.

सुशील कुमार सिंह

पढ़ें :- मुरादाबाद में टीचर BLO ने की आत्महत्या, मिला सुसाइड नोट में लिखा “रात-दिन काम करता रहा, SIR का टारगेट पूरा नहीं हुआ”

मुरादाबाद

 

 

Advertisement