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ये कैसा अमृतकाल है जहां लोग 200 रुपया उधार न चुका पाने की स्थिति में प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या के लिए हो रहे बाध्य: अखिलेश यादव

By शिव मौर्या 
Updated Date

लखनऊ। लखीमपुर खीरी के मितौली थाना क्षेत्र के लल्हौआ गांव में पिटाई से आहत रामलखन उर्फ छोटू (28) ने आत्महत्या कर ली। इसको लेकर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने भाजपा सरकार (BJP government) को घेरा है। उन्होंने कहा कि, भाजपा सरकार (BJP government)  रोज़गार के झूठे आंकड़े देना बंद करे और सोचे ग़रीब आत्महत्या के लिए क्यों बाध्य हो रहे हैं?

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दरअसल, मितौली थाना क्षेत्र के लल्हौआ गांव के रहने वाले रामलखन उर्फ छोटू (28) का शव शनिवार सुबह करीब चार बजे उसके ही कमरे में छत के कुंडे से लटकता मिला था। पुलिस ने घर के दरवाजे को तोड़कर शव को उतरवाया। आरोप है कि, गांव के ही मनीष की रामलखन उर्फ छोटू पर 200 रुपये की उधारी थी। शुक्रवार को जब रामलखन मनीष की दुकान पर सामान लेने गया तो वहां उधारी मांगने पर बात बिगड़ गई। इसको लेकर रामलखन की पिटाई कर दी, जिससे आहत होकर उसने आत्महत्या कर लिया।

इसी को लेकर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा है कि, ये कैसा अमृतकाल है जहां लोग 200 रुपया तक उधार लेने के लिए मजबूर हैं और न चुका पाने की स्थिति में शारीरिक प्रताड़ना से आहत होकर आत्महत्या करने के लिए बाध्य हो रहे हैं। भाजपा सरकार रोज़गार के झूठे आँकड़े देना बंद करे और सोचे ग़रीब आत्महत्या के लिए क्यों बाध्य हो रहे हैं।

 

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