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क्या Mlc Election में यादवलैंड संभाल पायेंगे अखिलेश, गढ़ में भाजपा से मिली है जोरदार चुनौती?

By प्रिन्स राज 
Updated Date

कन्नौज/फर्रुखाबाद/इटावा/औरैया। देश का लोकसभा चुनाव हो या प्रदेश के विधानसभा के चुनाव पिछले कई चुनावों में भारतीय जनता पार्टी को समाजवादी पार्टी के मुकाबले कभी सपा के गढ़ रहे यादव लैंड में जबरदस्त सफलता मिली है। इन चुनावों में यादवलैंड में अपने शर्मनाक प्रदर्शन का सामना कर चुकि सपा के सामने एक बार फिर इस क्षेत्र में अच्छा प्रदर्शन करने का दबाव है। प्रदेश में 36 विधानपरिषद सीटों पर आज चुनाव हो रहे हैं।

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आज यादव लैंड के चार जिलों कन्नौज के अलावा फर्रुखाबाद, इटावा और औरेया में भी चुनाव होना है। इन चारों जिलों में विधानसभा की कुल 13 सीट हैं। इसमें हाल ही में हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा ने नौ में जीत हासिल की है। सपा को चार में ही जीत मिली थी। उसमें भी फर्रुखाबाद की चार और कन्नौज की सभी तीन सीट पर भाजपा जीती थी। सपा का हाथ खाली रह गया था। इटावा और औरेया की तीन-तीन में से सपा को दो-दो सीट पर जीत मिली थी। देखने वाली बात होगी कि चार विधानसभा सीट के बूते एमएलसी की यह सीट सपा किस तरह हासिल करती है।

अखिलेश यादव ने खुद संभाल रखा है मोर्चा

इन क्षेत्रों में पार्टी के प्रदर्शन को सुधारने के लिए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने खुद मोर्चा संभाल रखा है। तीन दिन पहले ही छह अप्रैल को कन्नौज आकर पार्टी कार्यालय पर जिले भर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करने के बाद उन्होंने भाजपा से मुकाबला करने और सपा उम्मीदवार के लिए वोटिंग करने के लिए जोश भरा था।

विधानसभा के चुनाव से पहले चर्चे में रहा था कन्नौज जिला

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यूपी विधानसभा के चुनाव से पहले कन्नौज जिला काफी चर्चा में रहा था। बता दें कि यहां कन्नौज के इत्र व्यपारियों के घर जीएसटी के छापे पड़े थे। इन व्यपारियों में समाजवादी पार्टी के एमएलसी पुष्पराज जैन पम्पी भी थे जिन्होंने समाजवादी इत्र लांच किया था। इसके बाद पीयूष जैन जैसे व्यपारी के साथ साथ एमएलसी के यहां भी छापे पड़े थे। इनके यहां से करोड़ो रुपये कैश जीएसटी की टीम ने बरामद किये थे। इससे पुष्पराज जैन को लेकर सपा का नाम खूब उछला था। प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री सहित भाजपा के दिग्गजों ने इसे सियासी मंच से खूब उछाला था।

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