World AIDS Day 2021 : विश्व एड्स दिवस हर साल 1 दिसंबर को मनाया जाता है। WHO ने सबसे पहले विश्व एड्स दिवस को वैश्विक स्तर पर मनाने की शुरुआत अगस्त 1987 में की थी। एड्स की जागरूकता अभियान से जुड़े जेम्स डब्ल्यू बुन और थॉमस नेटर नाम से ही इसकी शुरुआत की गई थी। विश्व एड्स दिवस के दिन एड्स की रोकथाम के बारे में ज्ञान का प्रसार करने के लिए संबंधित गतिविधियों का आयोजन करने का आह्वान किया जाता है। वर्ल्ड एड्स डे मनाने का उद्देश्य एचआईवी संक्रमण की वजह से होने वाली महामारी एड्स के बारे में हर उम्र के लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाना है।
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आंकड़ों के अनुसार, एचआईवी या एड्स से संबंधित बीमारियों से अब तक 36 मिलियन से अधिक लोगों की जान जा चुकी है और अनुमानित 37.7 मिलियन व्यक्ति इसके साथ रह रहे थे। 2020 के अंत में यह दुनिया की सबसे घातक बीमारियों में से एक है।
HIV एक प्रकार की घातक और जानलेवा इंफेक्शन से होने वाली बीमारी है। चिकित्सीय भाषा में इसे ह्यूमन इम्यूनोडेफिशिएंसी वायरस यानि एचआईवी के नाम से जाना जाता है। लोग इसे एड्स यानी एक्वायर्ड इम्यून डेफिशिएंसी सिंड्रोम के नाम से जानते हैं। इसमें जानलेवा इंफेक्शन व्यक्ति के शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता (इम्यून सिस्टम) पर हमला करता है जिसकी वजह से शरीर सामान्य बीमारियों से लड़ने में सक्षम नहीं हो पाता।
विश्व एड्स दिवस के लिए इस वर्ष की थीम है- ‘असमानताओं को समाप्त करें, एड्स का अंत करें।’ वर्ष 2008 के बाद, प्रत्येक वर्ष की थीम को विश्व एड्स अभियान (डब्ल्यूएसी) की ग्लोबल स्टीयरिंग कमेटी द्वारा चुना जाता है।