लखनऊ। गरीबों तक लाभ पहुंचे इसके लिए उत्तरप्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार मनरेगा के सहारा लेने की तैयारी कर रही है। अगर आप अपने गांव में खेती और पशुपालन से जुड़ा छोटा व्यवसाय कर रहे हैं तो सरकार आपको मनरेगा की व्यक्तिगत लाभार्थी योजना के तहत मदद करेगी।
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राज्य में मनरेगा योजना शुरू होने के बाद पहली बार लाभार्थीपरक कार्यों के लिए पांच लाख का लक्ष्य रखा है। इसका मूल उद्देश्य गरीबों को उनके गांव घर पर ही उनके द्वारा किए जा रहे छोटे-मोटे काम को बढ़ाने में सहयोग व सहायता मुहैया कराना है।
मनरेगा के तहत लाभार्थीपरक कार्यों में मछली पालन के लिए तालाब का निर्माण, रेशम उत्पादन, बकरी शेड, मुर्गी पालन शेड, सूअर पालन के लिए बाड़े का निर्माण, कुएं का निर्माण, नाली-नलकूप, तालाब व झील का निर्माण, वर्मी कंपोस्ट पिट का निर्माण, फूलों की नर्सरी, किचेन गार्डेन, भूमि समतलीकरण व मेड़बंदी, भूमि कटाव रोकने के लिए सुरक्षा दीवार, भूमि समतलीकरण, वर्षा जल संग्रहण टैंक, पौधरोपण आदि शामिल हैं।