Car Number Plates: आपने अक्सर सड़क पर दौड़ते वाहनों में लगे नंबर प्लेटों को देखा होगा, जिनमें ज्यादातर नंबर प्लेट का रंग सफ़ेद होता है, लेकिन सफ़ेद के अलावा कुछ वाहनों में लाल, हरी, नीली या पीली नंबर प्लेट भी देखी होंगी। यही नहीं नंबर प्लेट के कलर के साथ-साथ अक्षर और नंबर भी अलग-अलग कलर से लिखे होते हैं। ऐसे में आपने कभी ये सोचा है कि नंबर प्लेटों अलग-अलग कलर के होने के पीछे की वजह क्या है, तो चलिये हम आपको बताते हैं।
पढ़ें :- Maruti Suzuki reduced prices : मारुति सुजुकी की इन दो SUV की कीमत गिरी, करें लाखों की बचत
नंबर प्लेट के कलर का मतलब
सफेद प्लेट और काले नंबर: ऐसे नंबर प्लेट निजी वाहनों को जारी की जाती है। ज्यादातर कारों, मोटरसाइकिलों, स्कूटरों आदि पर यही नंबर प्लेट होती है।
पीली प्लेट और काले नंबर: ऐसे नंबर प्लेट कमर्शियल वाहनों के लिए उपयोग की जाती है। आपने टैक्सियों, बसों, ट्रकों और अन्य कमर्शियल वाहनों पर ये नंबर प्लेट देखी होगी। इसमें पीली नंबर प्लेट पर काले अक्षर लिखे होते हैं।
हरी प्लेट और सफेद नंबर: ऐसे नंबर प्लेट इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए उपयोग की जाती है। यह इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक बस और अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों पर देखने को मिलती है।
पढ़ें :- Hyundai recall : हुंडई ने इस समस्या के कारण 42,000 से ज्यादा वाहनों को वापस बुलाया, दी चेतावनी
हरी प्लेट और पीले नंबर: ये वाली नंबर प्लेट कमर्शियल इलेक्ट्रिक व्हीकल्स को दी जाती है। यह इलेक्ट्रिक कार, इलेक्ट्रिक बस और अन्य इलेक्ट्रिक वाहनों पर देखने को मिलती है।
नीली प्लेट और सफेद नंबर: ऐसी नंबर प्लेट विदेशी राजनयिकों के लिए आरक्षित वाहन को जारी की जाती है।
काली प्लेट और पीले नंबर: ऐसी नंबर प्लेट रेंटल कारों की होती है। लग्जरी होटलों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली कमर्शियल कारों में यही नंबर पर देखने को मिलती है।
नंबर प्लेट पर तीर का निशान: ऊपर की ओर तीर के निशान वाली नंबर प्लेट को रक्षा मंत्रालय के वाहनों पर यह नंबर प्लेट देखने को मिलती है। सेना अधिकारी इसी नंबर प्लेट वाली कार रखते हैं।
लाल प्लेट और अशोक चिह्न: येनंबर प्लेट केवल भारत के राष्ट्रपति और राज्यपाल की गाड़ियों पर लगाई जाती है। इन नंबर प्लेट पर नंबर की बजाए अशोक चिह्न लगाया जाता है।