अफगानिस्तान: अफगान सुरक्षा बल( Afghan army) और तालिबान के आतंकियों (Taliban terrorists) के बीच हिंसक सघर्ष (Violent conflict) तेज हो गया है।अफगानिस्तान (Afghanistan) के आम नागरिकों को निशान बना कर क्रूरता की दहशत (horror of cruelty) फैलाने वाले तालिबानी आतंकियों पर अफगान फौज मौत बन कर टूट पड़ी है।
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पिछले 24 घंटे में अफगान सुरक्षा बलों ने देश के अलग-अलग हिस्सों में की गई कार्रवाइयों में 385 तालिबानी लड़ाकों मौत के घाट उतार दिया है।अमेरिकी और NATO सैनिकों की वापसी के बाद तालिबानी आतंकियों ने युद्ध तेज कर दिया और अफगानिस्तान के कई हिस्सों पर कब्जा जमा लिया है। इसके अलावा, प्रमुख शहरों पर कब्जे को लेकर तालिबान और सुरक्षा बलों के बीच युद्ध जारी है।
खबरों के अनुसार,अफगानिस्तान के रक्षा मंत्रालय ने ट्वीट कर कहा, ‘पिछले 24 घंटे के दौरान नंगरहार, लोगर, गजनी, पक्तिका, मैदान वर्दक, कंधार, हेरात, फराह, जोजजान, समांगन, हेलमंद, तखर, बगलान और कपिसा प्रांतों में अफगान नेशनल डिफेंस सिक्योरिटी फोर्स (Afghan National Defense Security Force) के अभियानों के परिणामस्वरूप 385 तालिबानी लड़ाके मारे गए और 210 अन्य घायल हो गए।’ सेना लगातार तालिबान को पीछे धकेलने के लिए एयरस्ट्राइक का सहारा ले रही है। इसके अलावा, तालिबानी लड़ाकों से लड़ने के लिए स्पेशल कमांडों को युद्ध के मैदान में उतारा गया है।
इसी बीच, तालिबान ने अफगानिस्तान के निमरूज प्रांत के जरांज शहर पर कब्जा कर लिया है। इस तरह जरांज पहली प्रांतीय राजधानी बन गई है, जिसे तालिबान ने अफगान सरकार से अपने नियंत्रण में लिया है। प्रांत की डिप्टी गवर्नर रोह गुल खैरजाद ने कहा कि निमरूज प्रांत की राजधानी जरांज शहर तालिबान के हाथों में चली गई है। उन्होंने कहा कि दक्षिणी अफगानिस्तान में ईरान की सीमा से लगने वाला ये शहर तालिबान के नियंत्रमण में है।