मुंबई। पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के शपथ ग्रहण के बाद अजीत पवार गुट (Ajit Pawar Faction) की एनसीपी (NCP) की नाराजगी के बाद अब एकनाथ शिंदे गुट (Eknath Shinde Faction) की शिवसेना (Shiv Sena) की भी नाराजगी सामने आ रही है। पार्टी के चीफ व्हीप श्रीरंग बारणे (Shiv Sena’s Chief Whip) ने कहा कि एक तरफ जहां, चिराग पासवान (Chirag Paswan), जीतन राम मांझी (Jitan Ram Manjhi) और एचडी कुमारस्वामी (HD Kumaraswamy) की पार्टी को कम सीट मिलने के बाद भी कैबिनेट मंत्रालय दिया गया है। वहां उनकी पार्टी के सात सांसद होने के बावजूद सिर्फ स्वतंत्र प्रभार के साथ राज्य मंत्री का ही पद दिया गया है।
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श्रीरंग बारणे (Shrirang Barne) ने कहा कि हम कैबिनेट में जगह की उम्मीद कर रहे थे। चिराग पासवान (Chirag Paswan) के पांच सांसद हैं, मांझी के एक सांसद हैं। जेडीएस (JDS) के दो सांसद हैं, फिर भी उन्हें एक कैबिनेट मंत्रालय (Cabinet Ministry) मिला है। फिर 7 लोकसभा सीटें मिलने के बावजूद शिवसेना को सिर्फ एक राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) क्यों मिला?
शिवसेना के चीफ व्हिप (Shiv Sena’s Chief Whip) ने कहा कि हमारी शिवसेना के स्ट्राइक रेट को देखते हुए हमें कैबिनेट मंत्री पद दिया जाना चाहिए था। यह बात कहते हुए शिंदे गुट के सांसद श्रीरंग बारणे (MP Shrirang Barne) ने खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है। उन्होंने कहा कि एनडीए के अन्य घटक दलों के एक-एक सांसद चुने गए, लेकिन उन्हें कैबिनेट मंत्री का पद दिया गया है, तो फिर बीजेपी (BJP) ने शिंदे गुट के प्रति इतना अलग रुख क्यों अपनाया?
शिवसेना सांसद ने कहा कि अगर ऐसा होता है तो परिवार के खिलाफ आकर महागठबंधन में शामिल हुए अजित पवार को मंत्री पद दिया जाना चाहिए था। साथ ही बीजेपी को सतारा सांसद उदयनराजे भोसले को यह मंत्री पद देना चाहिए था।