Akshaya Tritiya 2023 : सनातन धर्म में अक्षय तृतीया को बहुत पावन पर्व माना जाता है। यह पर्व ग्रह नक्षत्रों के एक विशेष संयोग होने पर मनाया जाता है। अक्षय तृतीया पर सूर्य व चंद्रमा अपनी उच्च राशि में रहते हैं। धार्मिक मान्यता है धरती पर देवताओं ने 24 रूपों में अवतार लिया था। इनमें छठा अवतार भगवान परशुराम का था। पुराणों में उनका जन्म अक्षय तृतीया को हुआ था।’अक्षय’ शब्द का अर्थ है शाश्वत, जिसका कभी अंत नहीं होता। इसलिए, अक्षय तृतीया 2023 सभी के लिए अनंत समृद्धि, आशीर्वाद, खुशी, सफलता और आनंद का वादा कर रहा है। अक्षय तृतीया उस दिन मनाई जाती है जब वैशाख के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि पूर्वाह्न काल में होती है। इस वर्ष अक्षय तृतीया 2023 को 22 अप्रैल को मनाया जाएगा।
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ऐसा माना जाता है कि जो व्यक्ति अक्षय तृतीया पर दान, दान, यज्ञ आदि शुभ कार्य करता है, उसे जीवन में मनवांक्षित फल की प्राप्ति होती है। इसके अलावा, जातकों को अक्षय तृतीया 2023 के दिन सोने के गहने खरीदने पर भी विचार करना चाहिए, क्योंकि ऐसा माना जाता है कि यह व्यक्ति के जीवन में समृद्धि और खुशी लाता है, और देवी लक्ष्मी भी ऐसे जातकों पर अपना आशीर्वाद प्रदान करती हैं। साथ ही इस शुभ दिन पर भगवान विष्णु की पूजा की जाती है।
शुभ मुहूर्त
22 अप्रैल को अक्षय तृतीया मनाई जाएगी । अक्षय तृतीया पर पूजा का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 49 मिनट से दोपहर 12 बजकर 20 मिनट तक रहेगा। वहीं अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने का शुभ मुहूर्त 22 अप्रैल 2023 की सुबह 07 बजकर 49 मिनट से 23 अप्रैल सुबह 7 बजकर 47 मिनट तक रहेगा।
अक्षय तृतीया पूजन विधि
अक्षय तृतीया के दिन पूजन में विष्णु जी की मूर्ति को गंगाजल से स्नान कराएं और तुलसी, पीले फूल की माला या सिर्फ पीले फूल चढ़ाएं। इसके बाद धूप और घी की बत्ती का दीपक जलाकर पीले आसन पर बैठ जाएं। आगे विष्णु सहस्रनाम, विष्णु चालीसा जैसे विष्णु से संबंधित ग्रंथों का पाठ करें।