नई दिल्ली। चीन (China) और अमेरिका (America) के बीच लंबे समय से कारोबारी रिश्तों में तनाव चरम पर है। इसी बीच अमेरिका (America) ने चीन पर बड़ी ‘ट्रेड स्ट्राइक’ (Trade Strike) कर दी है। जो बाइडेन (Joe Biden) सरकार ने चीन (China) से आने वाले सामानों पर भारी आयात शुल्क लगाने का ऐलान किया है। इन चीजों में इलेक्ट्रिक व्हीकल, बैट्री, स्टील, सोलर पैनल और एल्युमिनियम शामिल हैं। इनके अलावा मेडिकल उत्पादों, कंप्यूटर चिप के आयात पर भी शुल्क बढ़ा दिया गया है। माना जा रहा है कि चुनावी साल में जो बाइडेन (Joe Biden) ने अमेरिकी जनता को लुभाने के लिए यह कदम उठाया है। इसके जरिए वह संदेश देना चाहते हैं कि अमेरिका (America) की आर्थिक आत्मनिर्भरता के लिए वह प्रतिबद्ध हैं।
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जो बाइडेन (Joe Biden) ने इसके संकेत भी अपनी स्पीच में दिए। उन्होंने वाइट हाउस (White House) के रोज गार्डन में कंपनियों के प्रतिनिधियों से कहा कि ‘अमेरिकी वर्कर (American Worker) किसी से भी ज्यादा और किसी से भी अच्छा काम कर सकते हैं, बशर्ते प्रतिस्पर्धा के नियम सही हों,लेकिन लंबे समय से ये सही नहीं रहे हैं। अब हम चीन को मौका नहीं देंगे कि वह हमारे बाजार पर कब्जा कर सके। वहीं अमेरिकी एक्शन (American Action) पर चीन ने भी जवाबी कार्रवाई की बात कही है। चीन के वाणिज्य मंत्रालय (China’s Ministry of Commerce) ने कहा कि अमेरिका की ओर से टैक्स बढ़ाना गलत है। हम अब अपने हितों की रक्षा के लिए कदम उठाएंगे।
अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने अपने भाषण में कहा कि अमेरिका अपनी इच्छानुसार किसी भी प्रकार की कार खरीदना जारी रख सकता है, लेकिन हम चीन को इन कार के बाजार को गलत तरीके से नियंत्रित करने की अनुमति कभी नहीं देंगे। राष्ट्रपति ने कहा कि मैं चीन के साथ निष्पक्ष प्रतिस्पर्धा चाहता हूं, संघर्ष नहीं। हम चीन के खिलाफ 21वीं सदी की आर्थिक प्रतिस्पर्धा में जीत हासिल करने के लिए किसी अन्य की तुलना में अधिक मजबूत स्थिति में हैं। बाइडेन ने आरोप लगाया कि वर्षों से चीनी सरकार (Government of China) ने उद्योगों की एक पूरी श्रृंखला में चीनी कंपनियों में देश का पैसा लगाया है।
स्टील व एल्यूमीनियम,सेमीकंडक्टर, इलेक्ट्रिक वाहन, सौर पैनल और यहां तक कि दस्ताने और मास्क जैसे महत्वपूर्ण मेडिकल उत्पादों पर भी सरकारी पैसा लगा है। चीन ने इन सभी उत्पादों पर भारी सब्सिडी दी, जिससे चीनी कंपनियों को बाकी दुनिया की तुलना में कहीं अधिक उत्पादन करने के लिए प्रेरित किया गया। फिर अतिरिक्त उत्पादों को अनुचित रूप से कम कीमतों पर बाजार में लाना (डंप करना), दुनिया भर के अन्य निर्माताओं को व्यवसाय से बाहर कर देना शामिल है। बाइडेन ने कहा कि कीमतें अनुचित रूप से कम हैं ,क्योंकि चीन की कंपनियों को लाभ के बारे में चिंता करने की जरूरत नहीं है क्योंकि चीन की सरकार (Government of China) ने उन्हें सब्सिडी दी है।