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सांसों के संकट के चलते पहली बार महाकुंभ हो हुआ सूनसान, दिखा अकल्पनीय दृश्य

By आराधना शर्मा 
Updated Date

देहरादून: कोरोना महामारी ने पुरे देश में भारी हाहाकार मचा रखा है वही कोरोना का प्रभाव हरिद्वार महाकुंभ पर भी नजर आने लगा है। रामनवमी के स्नान के अवसर पर हरकी पौड़ी, ब्रह्मकुंड सहित अन्य घाट सूने पड़े हैं तथा गिनती के ही लोग स्नान करते नजर आ रहे हैं। मेला प्रशासन की तरफ से स्नान को लेकर सुरक्षा की व्यापक इंतजाम किए गए है, किन्तु भक्तों की आस्था पर कोरोना का डर हावी नजर आ रहा है।

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श्रद्धालुओं का कहना है कि  सुबहा से केवल सैकड़ों की संख्या में ही लोगों ने यहां स्नान किया होगा, हालांकि घाटों पर भीड़ नहीं होने से भक्त खुश भी हैं तथा पुलिस के सुरक्षा इंतजाम तथा घाटों पर कम भीड़ के लिए प्रशासन की सराहना भी कर रहे हैं। यहां पहुंचे श्रद्धालु खुद भी मान रहे हैं कि उनके मन में भी डर था, लेकिन वे आस्था के चलते यहां तक आए हैं।

मास्क न पहनने वालों के विरुद्ध कार्रवाई

वही हरिद्वार के एएसपी मनोज कत्याल का कहना है कि आज रामनवमी का स्नान चल रहा है, वक़्त-वक़्त पर लोगों को कोरोना अप्रोप्रियेट विहेवियर करने के लिए प्रेरित किया जा रहा है,  सुबहा 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू था, उसके पश्चात् स्नान आरम्भ हुआ है, जिन लोगों ने मास्क नहीं पहने है, उनके विरुद्ध कार्रवाई भी हो रही है।

गौरतलब है कि कोरोना के मामलों मे बढ़ोतरी के चलते हरिद्वार में महाकुंभ से प्रमुख अखाड़ों के संतों ने वापस जाना आरम्भ कर दिया है, जिसके पश्चात् भीड़ में अचानक भारी कमी आई है। बुधवार को कई जगहों पर भीड़ नहीं नजर आई। आधिकारिक तौर पर 30 अप्रैल को खत्म होने वाले हरिद्वार कुंभ मेले के चलते यह अकल्पनीय दृश्य है।

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