Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. देश
  3. पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न, मोदी सरकार का बड़ा फैसला

पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, नरसिम्हा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को भारत रत्न, मोदी सरकार का बड़ा फैसला

By शिव मौर्या 
Updated Date

नई दिल्ली। केंद्र की मोदी सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह, पीवी नरसिंहा राव और वैज्ञानिक एमएस स्वामीनाथन को सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न‘ देने का एलान किया है। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, हमारी सरकार का यह सौभाग्य है कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह जी को भारत रत्न से सम्मानित किया जा रहा है। यह सम्मान देश के लिए उनके अतुलनीय योगदान को समर्पित है। उन्होंने किसानों के अधिकार और उनके कल्याण के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया था। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे हों या देश के गृहमंत्री और यहां तक कि एक विधायक के रूप में भी, उन्होंने हमेशा राष्ट्र निर्माण को गति प्रदान की। वे आपातकाल के विरोध में भी डटकर खड़े रहे। हमारे किसान भाई-बहनों के लिए उनका समर्पण भाव और इमरजेंसी के दौरान लोकतंत्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता पूरे देश को प्रेरित करने वाली है।

पढ़ें :- सीएम केजरीवाल का मोदी सरकार पर निशाना, कहा-21 दिनों में जहां-जहां संभव होगा BJP को हराने के लिए प्रचार करूंगा

इसके साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र ने कहा कि, यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारे पूर्व प्रधान मंत्री पीवी नरसिम्हा राव को भारत रत्न से सम्मानित किया जाएगा। एक प्रतिष्ठित विद्वान और राजनेता के रूप में, नरसिम्हा राव गरू ने विभिन्न क्षमताओं में भारत की बड़े पैमाने पर सेवा की। उन्हें आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री और कई वर्षों तक संसद और विधानसभा सदस्य के रूप में किए गए कार्यों के लिए समान रूप से याद किया जाता है। उनका दूरदर्शी नेतृत्व भारत को आर्थिक रूप से उन्नत बनाने, देश की समृद्धि और विकास के लिए एक ठोस नींव रखने में सहायक था।

पढ़ें :- Video-अग्निवीर पिंकू कुमार को गांव वाले बुलाते हैं नकली फौजी,राहुल गांधी ने भरोसा दिलाया कि मैं आपकी शादी में आऊंगा…

इसके साथ ही कहा, प्रधान मंत्री के रूप में नरसिम्हा राव का कार्यकाल महत्वपूर्ण उपायों द्वारा चिह्नित किया गया था जिसने भारत को वैश्विक बाजारों के लिए खोल दिया, जिससे आर्थिक विकास के एक नए युग को बढ़ावा मिला। इसके अलावा, भारत की विदेश नीति, भाषा और शिक्षा क्षेत्रों में उनका योगदान एक ऐसे नेता के रूप में उनकी बहुमुखी विरासत को रेखांकित करता है, जिन्होंने न केवल महत्वपूर्ण परिवर्तनों के माध्यम से भारत को आगे बढ़ाया बल्कि इसकी सांस्कृतिक और बौद्धिक विरासत को भी समृद्ध किया।

पढ़ें :- मोदी सरकार ने न केवल संविधान ,बल्कि जान पर भी पैदा कर दिया है खतरा : अखिलेश यादव
Advertisement