नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar Assembly Elections) के ऐलान से पहले सूबे का सियासी पारा चढ़ चुका है। इसी बीच एआईएमआईएम (AIMIM) चीफ असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने सीमांचल में रैली का आगाज कर चुनावी बिगुल फूंक दिया है। इस दौरान ओवैसी सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्षी दलों पर भी खूब तीर चलाया। साथ ही उनके बीजेपी (BJP) की बी टीम कहने पर भी पलटवार करते हुए ओवैसी ने दावा किया कि बिहार में अगर एनडीए गठबंधन (NDA Alliance) की जीत होती है इस बार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की जगह भाजपा का कोई नेता मुख्यमंत्री बनेगा।
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एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में ओवैसी ने कहा कि बिहार में अगर एनडीए (NDA) की सरकार बनी तो इस बार नीतीश कुमार नहीं, बल्कि भाजपा (BJP) का सीएम होगा। जब उनसे पूछा गया कि आप भाजपा (BJP) की बी टीम बनने का आरोप लगता है। आप मुस्लिम वोट काटने के लिए बिहार आए हैं। उन्होंने कहा कि यह महज आरोप है। लालू यादव के घर के बाहर पार्टी कार्यकर्ताओं के पहुंचने पर उन्होंने कहा कि दुश्मन भी आपके घर पर पहुंचता है तो उसे बिठाकर बात करनी चाहिए।
उन्होंने कहा कि लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) और तेजस्वी यादव ( Tejashwi Yadav) को किस बात का डर है? मुझे नहीं मालूम। मेरे दिल में कोई डर नहीं है। उन्होंने कहा कि पिछली बार की तरह इस चुनाव में भी सीमांचल में जो भी दल रहेगा उनके हराएंगे। आपको बता दें कि 2020 के विधानसभा चुनाव में ओवैसी की पार्टी ने सीमांचल में पांच सीटों पर जीत हासिल कर लोगों को चौंका दिया था। यह राजद (RJD) के लिए बड़ा झटका साबित हुआ था।
हालांकि, बाद में चार विधायक आरजेडी में शामिल हो गए थे। इससे पहले बिहार में भाजपा की मदद करने के आरोपों पर नाराजगी जताते हुए असदुद्दीन ओवैसी (Asaduddin Owaisi) ने बुधवार को कहा था कि आगामी विधानसभा चुनाव में अगर उनकी पार्टी को छह सीट दी जाती हैं तो वह विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ में शामिल हो जाएंगे। हैदराबाद से सांसद ओवैसी पत्रकारों से बातचीत में कहा कि किशनगंज उत्तर बिहार का एक ऐसा जिला है जहां की लगभग दो-तिहाई आबादी मुस्लिम है। यहीं से उन्होंने तीन दिवसीय ‘सीमांचल न्याय यात्रा’ की शुरुआत की।
ओवैसी ने कहा कि मेरी पार्टी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष ने विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Leader of the Opposition Tejashwi Yadav) को कई पत्र लिखे हैं। आखिरी पत्र में अनुरोध किया गया है कि विधानसभा की 243 सीटों में से एआईएमआईएम (AIMIM) को छह सीटें दी जाएं। उन्होंने कहा कि अब गेंद ‘इंडिया’ गठबंधन के पाले में है। हमने यह पहल इसलिए की ताकि हम पर भाजपा की मदद करने का आरोप न लगे। अगर गठबंधन की तरफ से उचित जवाब नहीं मिलता है तो यह साफ हो जाएगा कि वास्तव में भाजपा की मदद कौन कर रहा है?