Astrology tips : रुद्राक्ष की महिमा बहुत न्यारी है। यह बहुत ही पवित्र फल है। पौराणिक कथाओं में मिलता है कि रुद्राक्ष शिव भगवान के आंसू है। रुद्राक्ष का सीधा जुड़ाव महादेव से है। भक्त गण महादेव की कृपा प्राप्त करने के लिए रुद्राक्ष धारण करते है। इस पवित्र फल को धारण करने के पूर्व कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। इसकी पवित्रता बनाए रखने के लिए साधक को हमेशा शुद्ध रहना पड़ता है। जीवन में आ रही सभी प्रकार की शारीरिक,मानसिक, आर्थिक बाधाओं को दूर करने के लिए अभिमंत्रित रुद्राक्ष को धारण करने से सभी प्रकार के बाधाओं से मुक्ति मिलती है।अगर राशि के अनुसार रुद्राक्ष को धारण किया जाए तो शुभ होता है।
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रुद्राक्ष एक मुखी से लेकर इक्कीस मुखी तक पाए जाते हैं। इन सभी रुद्राक्ष की अपनी एक अलग महिमा होती है। कहा जाता है कि इसे धारण करने से जातकों के कष्ट दूर होते हैं साथ ही ग्रहों की अशुभता से भी मुक्ति मिलती है। रुद्राक्ष धारण करते समय शिव जी के मंत्र ऊं नमः शिवाय का जाप करना न भूलें। रुद्राक्ष बेहद ही पवित्र माना जाता है इसलिए इसे कभी भी अपवित्र होकर धारण न करें साथ ही अशुद्ध हाथों से न छुएं। इसे स्नान करने के बाद शुद्ध होकर ही धारण करें। भूलकर भी किसी दूसरे को अपना रुद्राक्ष धारण करने के लिए नहीं दें।