भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री पद को लेकर संशय सोमवार को आखिरकार खत्म ही हो गया है। उज्जैन दक्षिण सीट के विधायक डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। डॉ. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण से तीसरी बार विधायक चुने गए हैं। यादव जुलाई 2020 से 2023 तक शिक्षा मंत्री रहे और 2013 से लगातार विधायक हैं। इसके साथ ही पार्टी ने सीएम के साथ डिप्टी सीएम के नाम का भी एलान किया है। जगदीश देवड़ा (Jagdish Deora) व राजेश शुक्ला डिप्टी सीएम (Rajesh Shukla Deputy CM) होंगे। नरेंद्र सिंह तोमर विधानसभा स्पीकर (Narendra Singh Tomar Assembly Speaker) होंगे।
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डॉ. मोहन यादव (Mohan Yadav) को संघ का करीबी बताया जाता है। जानकारी के मुताबिक शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने ही मोहन यादव (Mohan Yadav) के नाम का प्रस्ताव विधायक दल की बैठक में किया था। इस ऐलान के साथ ही सभी कयासों पर विराम लग गया है। अब सूबे की कमान मोहन यादव के हाथों में होगी।
इस अहम फैसले से पहले बीजेपी आलाकमान ने आज भोपाल में पर्यवेक्षकों की एक टीम भेजी थी। इसमें हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर, आशा लाकड़ा और के लक्ष्मण के नाम शामिल हैं। भोपाल पहुंचने के बाद मनोहरलाल खट्टर और अन्य पर्यवेक्षक मुख्यमंत्री आवास पहुंचे थे। यहां पहुंचने के बाद उन्होंने सबसे पहले शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) से मुलाकात की थी। बताया जा रहा था कि खट्टर बीजेपी आलाकमान का फरमान लेकर दिल्ली से पहुंचे थे। खट्टर के भोपाल पहुंचने के बाद भी नड्डा लगातार उनके साथ संपर्क में बने हुए थे।
बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी ने विधानसभा चुनाव में प्रचंड बहुमत हासिल किया था। जिस राज्य में कांग्रेस और बीजेपी के बीच कांटे की टक्कर बताई जा रही थी। वहां कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया। मध्य प्रदेश में बीजेपी को 163 सीटों पर जीत हासिल हुई, जबकि कमलनाथ के चेहरे पर लड़ रही कांग्रेस महज 66 सीटों पर सिमट गई।