लखनऊ। उत्तर प्रदेश के श्रम, सेवायोजन और समन्वय विभाग मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य (Swami Prasad Maurya) ने मंगलवार को योगी कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया। इसके अलावा बिल्हौर विधानसभा सीटी से बीजेपी विधायक भगवती सिंह सागर,तिलहर विधानसभा से बीजेपी विधायक रोशन लाल वर्मा व बांदा से बीजेपी विधायक बृजेश प्रजापति ने भी इस्तीफा दे दिया है। शाहजहांपुर के विधायक लालजी वर्मा ने भी पार्टी छोड़ने के संकेत दिए हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्या (Swami Prasad Maurya) मेरे नेता हैं और वह जैसा कहेंगे, वैसा करूंगा। इन विधायकों में ममतेश शाक्य, विनय शाक्य, धर्मेंद्र शाक्य और नीरज मौर्य शामिल हैं।
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उत्तर प्रदेश के श्रम, सेवायोजन और समन्वय विभाग मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के अलावा मंत्री धर्म सिंह सैनी और दारा सिंह चौहान के भी इस्तीफे की अटकलें तेज हैं। ये दोनों मंत्री उनके खेमे के माने जाते हैं। तीनों योगी सरकार में मंत्री हैं, लेकिन तीनों बसपा सरकार में भी मंत्री रहे हैं। ऐसे में इन तीनों के भाजपा छोड़ने की चर्चा है। बता दें कि शाहजहांपुर के तिलहर से विधायक रोशन लाल, स्वामी प्रसाद मौर्य का इस्तीफा लेकर राजभवन पहुंचे गए हैं।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने कैबिनेट से इस्तीफा देने के बाद बड़ा बयान देते हुए कहा कि आगे की धार और आगे की वार देखते रहिए। जल्द 10 से 12 और विधायक इस्तीफ़ा देंगे। उन्होंने कहा कि मैं एक से दो दिन में पूरी स्थिति से मीडिया को रूबरू कराउंगा की मुझे क्या करना है?
शाहजहांपुर से तिलहर विधायक रोशनलाल वर्मा ने भी भाजपा छोड़कर साइकिल पर सवार हो गए हैं। बता दें कि स्वामी प्रसाद मौर्य के इस्तीफे की खबर के बाद कानपुर बिल्हौर से भाजपा विधायक भगवत सागर स्वामी प्रसाद से मिलने उनके आवास पहुंचे थे। तीनों विधायकों के समाजवादी पार्टी में जाने की चर्चा चल रही है। भाजपा छोड़ने के बाद रोशन लाल वर्मा ने कहा, स्वामी प्रसाद मौर्य जहां जाएंगे उनके साथ रहूंगा। उन्होंने भाजपा सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, भाजपा सरकार में हमारी उपेक्षा हुई है। उन्होंने कहा, यूपी में भाजपा की सरकार नहीं अधिकारियों की सरकार थी। लोक भवन में दो-दो घंटे बैठाया जाता था। रोशनलाल वर्मा ने मंत्री सुरेश खन्ना पर भी उपेक्षा का आरोप लगाया।