नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुखिया दिलबाग सिंह शुक्रवार को सरदार पृथीनंदन सिंह पुलिस ट्रेनिंग स्कूल कठुआ में टेलीकॉम के 508 प्रशिक्षुओं के साथ-साथ दो डीएसपी और 28 सब इंस्पेक्टरों की पासिंग आउट परेड में पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर ड्रोन हमले को लेकर कहा कि जांच के दौरान यह देखा जाएगा कि ड्रोन सीमा पार से चलाए गए थे या सीमा के अंदर से। उन्होंने कहा कि ऐसे संकेत हैं कि लश्कर-ए-तैयबा इसके पीछे है। क्योंकि उसने पहले भी ऐसी दर्जनों गतिविधियों को अंजाम दिया है। जिसमें हथियार और आईईडी गिराना शामिल हैं।
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डीजीपी ने कहा कि उसी रात (जम्मू एयरबेस पर हमले की) हमने ड्रोन की मदद से एक रेडीमेड आईईडी बरामद किया जो पाकिस्तान से आया था। पूछताछ और जांच के दौरान यह पाया गया कि लश्कर-ए-तैयबा ने इसकी साजिश रची थी। हम इस हमले से जुड़े अन्य पहलुओं की जांच कर रहे हैं।
स्टेशन पर हमले में भी नदीम का हाथ होने का शक
नरवाल क्षेत्र से पकड़े गए टीआरएफ के आतंकी नदीम उल हक का वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले में हाथ होने का शक है। नदीम से मिली पांच किलो आईईडी जम्मू में ही दी गई थी। आईईडी को अलग-अलग लोकेशन में लगाकर धमाके करने थे। इससे पहले ही वह पकड़ा गया। सूत्रों ने बताया कि वायुसेना स्टेशन पर हुए हमले की जांच करने वाली एनआईए की टीम जल्द ही नदीम से पूछताछ कर सकती है। नदीम इस हमले की जानकारी दे सकता है।