Conspiracy to murder Nupur Sharma and T. Raja : लोकसभा चुनाव के बीच सूरत क्राइम ब्रांच ने हिंदूवादी नेताओं व भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और हत्या की साजिश रचने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद सोहेल उर्फ मौलवी अबूबकर टीमोल (उम्र 27) के रूप में की गयी है, जिसको सूरत क्राइम ब्रांच ने कठौर इलाके से गिरफ़्तार किया है।
Conspiracy to murder Nupur Sharma and T. Raja : लोकसभा चुनाव के बीच सूरत क्राइम ब्रांच ने हिंदूवादी नेताओं व भाजपा नेताओं को जान से मारने की धमकी देने और हत्या की साजिश रचने के मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान मोहम्मद सोहेल उर्फ मौलवी अबूबकर टीमोल (उम्र 27) के रूप में की गयी है, जिसको सूरत क्राइम ब्रांच ने कठौर इलाके से गिरफ़्तार किया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पेशे से मौलवी सोहेल अबूबकर पूर्व भाजपा नेता नूपुर शर्मा (Nupur Sharma), भाजपा विधायक टी. राजा सिंह (T. Raja Singh), हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा (Updesh Rana) को जान मारने की साजिश रच रहा था। वह पाकिस्तान और नेपाल सहित कई देशों में रह रहे कट्टरपंथियों के संपर्क में था। बताया जा रहा है कि पुलिस को उसके फोन से उपदेश राणा को मारने के लिए 1 करोड़ की सुपारी देने और पाकिस्तान से हथियार मंगाने के चैट भी मिले हैं।
मौलवी सोहेल अबूबकर (Maulvi Sohail Abubakar) ने राणा को कई देशों के कट्टरपंथी व्हाट्सऐप ग्रुप में जोड़कर कमलेश तिवारी की तरह मारने की धमकी दी थी। इसके अलावा वह भाजपा की निलंबित नेता नूपुर शर्मा और भाजपा विधायक टी.राजा सिंह को भी मारने और धमकाने की साजिश रच रहा था। बताया जा रहा है कि आरोपी अबूबकर टीमोल सूरत ग्रामीण के कामरेज तहसील अंतर्गत आने वाले कठौर गांव का रहने वाला है। वह एक धागा बनाने वाली कंपनी में काम करता है और अपने घर पर ही मुस्लिम बच्चों को धार्मिक ज्ञान भी देता है।
इस मामले में सूरत के पुलिस कमिश्नर अनुपम सिंह गहलोत का कहना है कि सूरत सिटी क्राइम ब्रांच को सूचना मिली थी कि एक शख्स की हरकत देश विरोधी है और इसलिए उस पर नजर रखी जा रही है। उसे सूरत के चौक बाजार इलाके से हिरासत में लिया गया और उसका मोबाइल जब्त कर लिया गया। उन्होंने आगे बताया कि वह पाकिस्तान और नेपाल के लोगों से चैट कर रहा था. उसकी योजना सबसे पहले हिंदू सनातन संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष उपदेश राणा (Updesh Rana) को निशाना बनाने की थी।