लखनऊ। यूपी बोर्ड (UP Board) के हाईस्कूल और इंटर कॉलेजों में अब शिक्षकों के साथ ही 9वीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों की भी बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) की व्यवस्था लागू करने की तैयारी है। यह उपस्थिति माध्यमिक शिक्षा परिषद (Secondary Education Council) के पोर्टल पर दर्ज की जाएगी। इससे वजीफा में फर्जीवाड़ा करने वालों पर रोक लगेगी। इसको लेकर जिला स्तर पर कवायद शुरू हो गई है। हालांकि अभी यह नहीं तय है कि पहले चरण में कितने कालेज पर बायोमेट्रिक मशीनें (Biometric Machine) लगाई जानी हैं।
पढ़ें :- UP बोर्ड ने जारी किया परीक्षा का कार्यक्रम, इस दिन से शुरू होगी परीक्षा
छात्रों की बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) शुरू करने की कवायद समाज कल्याण विभाग (Social Welfare Department) और शिक्षकों के लिए माध्यमिक शिक्षा विभाग (Secondary Education Council) ने की है। विभाग का कहना है कि छात्रवृत्ति के लिए विद्यार्थियों की 75 फीसदी उपस्थिति अनिवार्य होगी। यह व्यवस्था जुलाई से लागू होने की संभावना है। इसके तहत कॉलेज के प्रवेश द्वार पर बायोमैट्रिक मशीन (Biometric Machine) रखी जाएगी।
विद्यार्थियों को प्रवेश करने पर अंगूठा लगाना होगा इसके बाद ही कक्षाओं में दाखिल होंगे। एक कॉलेज में दो बायोमैट्रिक मशीन (Biometric Machine) रखी जाएगी। यूपी बोर्ड (UP Board) के अधिकारी ने बताया कि जिले के सरकारी और मान्यता प्राप्त स्कूलों में बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस (Biometric Attendance) अनिवार्य करने पर विचार किया जा रहा है। जुलाई माह से इसकी शुरुआत होने की संभावना है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में विस्तृत कार्ययोजना बनाई जा रही है।