Bipin rawat helicopter crash: देश के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत की हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान चली गई थी। इस हादसे में बिपिन रावत समेत 14 सैन्य अफसरों की मौत हो गई थी। वहीं, अब हेलीकॉप्टर क्रैश होने की शुरूआती जांच सामने अई है। दरअसल, जांच में फ्लाइट डाटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वाइस रिकॉर्डर का विश्लेषण पूरा हो गया है।
पढ़ें :- Video-कांग्रेस का बड़ा आरोप, PM मोदी की सभा के कारण राहुल के गांधी हेलिकॉप्टर को ATC ने नहीं दिया क्लीयरेंस
तीनों सेवाओं की कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी ने शुरुआती जांच में इन रिकॉर्डिंग का विश्लेषण किया। कोर्ट ऑफ इंक्वायरी में हेलिकॉप्टर दुर्घटना के कारणों के रूप में तकनीकी विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही को खारिज किया गया है। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि किसी तरह का कोई साजिश नहीं थी।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि, घाटी में मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव देखने को मिला, जिसकी वजह से हेलिकॉप्टर बादलों के बीच जाकर फंस गया और दुर्घटनाग्रस्त हो गया। बता दें कि, बीते साल आठ दिसंबर को वायु सेना का एमआई-17 हेलिकॉप्टर तमिलनाडु के कुन्नूर में हादसे का शिकार हो गया था। इस दुर्घटना में सीडीएस जनरल बिपिन रावत, उनकी पत्नी मधूलिका रावत और 12 अन्य सैन्य अधिकारियों की भी मौत हो गई थी।