नई दिल्ली। गुजरात (Gujarat) के सागरदाना घोटाले (Sagardana Scam) में महेसाणा की अदालत (Court of Mahesana) ने गुरुवार को पूर्व गृहमंत्री और दूधसागर डेयरी के पूर्व चेयरमैन विपुल चौधरी को 7 साल की सजा सुनाई है। इस मामले में विपुल चौधरी सहित कुल 23 आरोपी थे, जिनमें से 19 लोगों को अदालत ने दोषी करार दिया। इसके साथ ही आज ही उनकी सजा का भी ऐलान किया गया है।
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महेसाणा जिले (Mahesana District) की दूधसागर डेयरी (Dudhsagar Dairy) में विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) की अगुवाई में 600 करोड़ रुपये की हेराफेरी और भष्ट्राचार के आरोप को आज कोर्ट ने सही पाया और विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) को सजा सुनाई गई है। 2005 से लेकर 2016 तक डेयरी के चैयरमेन रहे पूर्व गृहमंत्री विपुल चौधरी (Former Gujarat Home Minister Vipul Chaudhary) के खिलाफ 11 साल के कार्यकाल में छह घोटालों और हेराफेरी का आरोप हैं।
16 सितम्बर 2022 को किया था गिरफ्तार
मेहसाणा पुलिस (Mehsana Police) द्वारा दर्ज सागरदाना स्कैम (Sagardana Scam) के जजमेंट के अलावा चौधरी के खिलाफ अन्य मामलों की जांच इस वक्त गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) भी कर रहा है। विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) के भ्रष्ट्राचार की जांच के लिए मौजूदा एसीबी डायरेक्टर अनुपम सिंह गेहलोत (ACB director Anupam Singh Gehlot) ने एक DIG रैंक के अधिकारी की अध्यक्षता में एसआईटी (SIT) बनाई है। इस में एक डीएसपी (DSP) और 3 पुलिस इंस्पेक्टर शामिल हैं। विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) को इन्हीं मामलों में ACB ने 16 सितम्बर 2022 को गिरफ्तार किया गया था। बाद में उन्हें सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से बेल मिल गई थी लेकिन आज के इस फैसले के बाद विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) की मुश्किलें जरूर बढ़ जाएंगी क्योंकि इसका असर उनके राजनीतिक करियर पर भी पड़ेगा।
पूर्व CM के करीबी हैं विपुल चौधरी
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गुजरात राज्य के गृह मंत्री रह चुके विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला (Former Chief Minister Shankar Singh Vaghela) के करीबी माने जाते हैं। 55 साल के विपुल चौधरी (Vipul Chowdhary) गुजरात डेयरी राजनीति (Gujarat Dairy Politics) के बड़े और महत्वपूर्ण चेहरों में शामिल हैं। साथ ही उत्तर गुजरात में चौधरी समाज के भी बड़े नेता माने जाते हैं।