नई दिल्ली। मोदी सरकार ने इस बार के बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र को काफी प्राथमिकता दी है। कोरोना संकट के बाद केंद्र सरकार ने बजट में स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए अपना पिटरा खोल दिया है। स्वास्थ्य क्षेत्र के लिए कई बड़े ऐलाान किए गए हैं। वित्तमंत्री ने बजट भाषण के दौरान कहा कि, स्वास्थ्य क्षेत्र का बजट 94 हजार करोड़ से बढ़ाकर 2 लाख 23 हजार 846 करोड़ रुपये कर दिया गया है।
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इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना वैक्सीनेशन के लिए इस बजट में 35,000 करोड़ रुपये रखे गए हैं। उन्होंने कहा कि अगर आगे भी इसकी जरूरत पड़ती है तो मै फंड मुहैया कराने के लिए प्रतिबद्ध हूं। उन्होंने अपने बजट भाषण में कहा कि, भारत में कोविड-19 के दो वैक्सीन उपलब्ध हैं। आने वाले समय में हम और वैक्सीन की उम्मीद कर सकते हैं।
भारत दुनिया के उन देशों में शामिल हैं, जहां कोरोना की वजह से मृत्युदर बहुत कम है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बताया कि भारत में बनी न्यूमोकोकल वैक्सीन अभी सिर्फ 5 राज्यों तक सीमित है, इसे पूरे देश में लागू किया जाएगा। इससे वर्ष में 50,000 से ज़्यादा बच्चों की मौत को रोका जा सकेगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि स्वस्थ्य भारत हमारा मंत्र, नई बीमारियों पर हमारा फोकस रहेगा। शहरी स्वच्छ भारत मिशन 2.0 पर एक लाख 41 हजार करोड़ रुपए खर्च होंगे। अगले पांच साल में दो हजार करोड़ रुपए स्वच्छ हवा पर खर्च होंगे।