Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. उत्तर प्रदेश
  3. नैक मानकों के अनुसार गुणवत्ता सुधारकर सुदृढ़ प्रस्तुतिकरण के साथ एसएसआर बनाएं : आनंदीबेन पटेल

नैक मानकों के अनुसार गुणवत्ता सुधारकर सुदृढ़ प्रस्तुतिकरण के साथ एसएसआर बनाएं : आनंदीबेन पटेल

By संतोष सिंह 
Updated Date

लखनऊः यूपी की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने आज राजभवन में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ की नैक ग्रेडिंग हेतु तैयार प्रस्तुतिकरण की समीक्षा की। विश्वविद्यालय पहली बार राष्ट्रीय स्तर की ग्रेडिंग हेतु नैक मूल्यांकन के लिए तैयारी कर रहा है । विश्वविद्यालय द्वारा तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट का अवलोकन करते हुए राज्यपाल  ने विश्वविद्यालय के चारों इंस्टीट्यूशन को नैक के सातों क्राइटेरिया पर समग्रता से संयुक्त तैयारी की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने प्रस्तुतिकरण को सभी मानकों पर बिंदुवार सशक्त बनाने और उच्चतम ग्रेड के लिए बैठक में दिए गए सभी आवश्यक सुधार कराने का निर्देश दिया।

पढ़ें :- 74th Foundation Day Celebration : आनंदीबेन पटेल ने दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय को यूजीसी से ग्रेड-1 का दर्जा प्राप्त हो जाने की दी बधाई

प्रस्तुतिकरण के दौरान राज्यपाल ने नैक हेतु विश्वविद्यालय की गठित टीम सदस्यों मंे आपसी तालमेल का अभाव लक्षित किया। उन्होंने टीम भावना के साथ एक दूसरे का सहयोग करके कार्य करने का निर्देश देते हुए विद्यार्थियों को भी नैक टीम में सहयोग हेतु जोड़ने को कहा। विश्वविद्यालय के कोर्स औेर विषय चयन पर चर्चा करते हुए उन्होंने विश्वविद्यालय की लचीली व्यवस्था को विवरण में हाइलाइट करने को कहा। उन्होंने शैक्षिक कार्यक्रमों में ट्रांसजेंडर्स के लिए भी कार्यक्रम बनाने को कहा। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को नैक ग्रेडिंग के बारे में जानकारी देकर उन्हें भी इससे जोड़ें और उनके सुझावों को भी आमंत्रित करें। विद्यार्थियों द्वारा दिए गए फीडबैक पर उपयुक्त कार्य भी करवाएं।

बैठक में विश्वविद्यालय में प्रति सप्ताह एक बार मेंटोर-मेंटी बैठक करने, कुलपति द्वारा स्वयं विद्यार्थियों से मुलाकात करने, विद्यार्थियों के अंतर्राष्ट्रीय शैक्षणिक भ्रमण, उनके प्लेसमेंट का विवरण प्रस्तुतिकरण में जोड़ने, प्रत्येक गतिविधि के फोटोग्राफ लगाने और कैप्शन में विवरण अंकित करने के सुझाव भी दिए गए। राज्यपाल ने कहा कि विश्वविद्यालय के शिक्षकों तथा विद्यार्थियों द्वारा जो अच्छे एवं उच्च गुणवत्ता के कार्य किए गए हैं, उनका प्रमाण के साथ उचित ढंग से प्रस्तुतीकरण में प्रदर्शन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय का अगर कोई विद्यार्थी राज्य/केंद्र की प्रतियोगिता परीक्षाओं में उत्तीर्ण हुआ है तो उसे भी प्रस्तुतिकरण में शामिल करें।

राज्यपाल ने प्रस्तुतिकरण में विश्वविद्यालय की बेस्ट प्रैक्टिस के बिंदु पर चर्चा करते हुए विश्वविद्यालय परिसर के समीपस्थ स्लम बस्तियों के बच्चों के उत्थान तथा समीपस्थ गांव गोद लेकर ग्रामीणों की सुविधा-विस्तार तथा स्कूलों में सुधार कार्य करके बेस्ट प्रैक्टिस का दायरा बढ़ाने को कहा। उन्होंने विश्वविद्यालय के पुस्तकालय का शत-प्रतिशत ई-उपयोग विद्यार्थियों में बढ़ाने, पुस्तकालय के सुधी पाठकों हेतु भी अध्ययन हेतु उपलब्धता देने तथा ग्रामीण स्कूलों के बच्चों तक भी पुस्तकालय की सुविधा की पहुँच बनाने को कहा। राज्यपाल जी ने कहा कि विश्वविद्यालय की नैक टीम प्रतिबद्धता के साथ अपने प्र्रस्तुतिकरण के प्रत्येक बिंदु में सुधार करें। विश्वविद्यालय स्तर पर नैक मानकों के अनुसार गुणवत्ता युक्त सुधार कराकर सुदृढ़ प्रस्तुतिकरण के साथ एसएसआर बनाएं और उच्चतम ग्रेडिंग के लिए प्रयास करें।

बैठक में अपर मुख्य सचिव राज्यपाल डॉ0 सुधीर महादेव बोबडे, विशेष कार्याधिकारी शिक्षा श्री पंकज जॉनी, डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय, लखनऊ के कुलपति प्रो. जेपी पाण्डेय तथा नैक तैयारी के लिए विश्वविद्यालय व इसके चारों इंस्टीट्यूशन की गठित टीम के समस्त सदस्यगण तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

पढ़ें :- Yogi Cabinet Expansion : यूपी कैबिनेट का विस्तार जल्द, ओपी राजभर और RLD के कोटे से मंत्री बनाए जानें की अटकलें
Advertisement