Advertisement
  1. हिन्दी समाचार
  2. दिल्ली
  3. चीन के सैन्य जहाजों ने ताइवान की सीमा में किया प्रवेश

चीन के सैन्य जहाजों ने ताइवान की सीमा में किया प्रवेश

By Satish Singh 
Updated Date

नई दिल्ली। ताइवान के राष्ट्रीय रक्षा मंत्रालय (Ministry of National Defense) ने शुक्रवार सुबह छह बजे अपने जल क्षेत्र के आसपास 11 चीनी सैन्य जहाजों (Chinese military ships), सात नौसैनिक जहाजों और एक आधिकारिक जहाज का पता लगाया है। मंत्रालय ने कहा कि 11 में से 9 उड़ानें मध्य रेखा को पार कर ताइवान के उत्तरी वायु रक्षा क्षेत्र (एडीआईजेड) में प्रवेश कर गईं।
इससे पहले गुरुवार को भी सुबह छह बजे अपने जल क्षेत्र के आसपास एक चीनी सैन्य जहाज और पांच नौसैनिक जहाजों का पता लगाया। एक्स पर पोस्ट करते हुए एमएनडी ने कहा कि ताइवान के आसपास संचालित पीएलए विमानों की एक उड़ान और पांच पीएलएएन जहाजों का आज सुबह छह बजे (UTC+8) तक पता चला। एक उड़ान ताइवान के उत्तरी एडीआईजेड (ADIZ) में प्रवेश किया। आरओसीएर्म्ड फोर्स (ROCA Armed Force)  ने स्थिति पर नजर रखी ताइवान, जिसे आधिकारिक तौर पर चीन गणराज्य (republic of china) के रूप में जाना जाता है। अपनी विशिष्ट राजनीतिक और आर्थिक प्रणालियों के साथ स्वतंत्र रूप से शासन करता है।

पढ़ें :- चिराग पासवान की पार्टी के जिलाध्यक्ष ने नाबालिग को बहला-फुसलाकर किया दुष्कर्म, पुलिस ने पाॅक्सो एक्ट में किया गिरफ्तार

हालांकि चीन एक सिद्धांत के तहत ताइवान को अपना हिस्सा मानता है और इस बात पर ज़ोर देता है कि केवल एक चीन है जिसकी राजधानी बीजिंग है। इस विवाद की जड़ें 1949 में चीनी गृहयुद्ध की समाप्ति से जुड़ी हैं, जब माओत्से तुंग के नेतृत्व वाली कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा मुख्यभूमि चीन पर नियंत्रण करने के बाद आरओसी सरकार ताइवान भाग गई थी। तब से बीजिंग ने ताइवान पर दबाव बनाने और उसके अंतर्राष्ट्रीय स्थान को कम करने के लिए सैन्य, कूटनीतिक और आर्थिक साधनों का उपयोग करते हुए, एकीकरण के अपने लक्ष्य को बनाए रखा है। इन प्रयासों के बावजूद, ताइवान अपनी वास्तविक स्वतंत्रता को मज़बूत जन समर्थन के साथ बनाए रखता है और निरंतर बाहरी दबावों के बीच अपनी संप्रभुता का दावा करता रहता है। एमएनडी पारदर्शिता और राष्ट्रीय सुरक्षा जागरूकता सुनिश्चित करने के लिए नियमित रूप से ऐसी सैन्य गतिविधियों की निगरानी करता है और सार्वजनिक रूप से रिपोर्ट करता है।

पढ़ें :- CJI सूर्यकांत का दो टूक आदेश, बोले-मंदिर का पैसा भगवान का है, घाटे में डूबे बैंकों के लिए नहीं हो सकता इस्तेमाल
Advertisement