नई दिल्ली। काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने 2026 की कक्षा 10वीं (ICSE) और कक्षा 12वीं (ISC) की बोर्ड परीक्षाओं की समय-सारिणी आधिकारिक तौर पर जारी कर दी है। इस वर्ष कक्षा 12वीं की परीक्षाएं 12 फरवरी से और कक्षा 10वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी से शुरू होंगी। लगभग 2.6 लाख छात्र ICSE और 1.5 लाख छात्र ISC परीक्षाओं में शामिल होंगे। इस कार्यक्रम में ICSE के 75 से अधिक विषय और ISC के 50 विषय शामिल हैं, जिससे छात्रों और स्कूलों को तैयारी, रिवीजन और मॉक परीक्षाओं की योजना बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। उम्मीदवारों को सलाह दी जाती है कि वे परीक्षा केंद्रों पर 30 मिनट पहले पहुँचें और 15 मिनट के पढ़ने के समय का प्रभावी ढंग से उपयोग करें। परिणाम अप्रैल-मई 2026 में आने की उम्मीद है।
पढ़ें :- अयोध्या में बिना मुआवजा किसानों की भूमि अधिग्रहण की शिकायत नितिन गडकरी तक पहुंची, मंत्री ने सपा सांसद अवधेश प्रसाद को दिया जांच का आश्वासन
10वीं की परीक्षाएं 17 फरवरी 2026 से शुरू होकर 30 मार्च तक चलेंगी वहीं 12वीं की परीक्षाएं 12 फरवरी से शुरू होकर 6 अप्रैल 2026 तक चलेंगी। जो स्टूडेंट्स बेसब्री से परीक्षा की तारीखों का इंतजार कर रहे थे। वह अब आधिकारिक वेबसाइट cisce.org पर जाकर अपना शेड्यूल चेक कर सकते हैं और PDF डाउनलोड कर ले सकते हैं। ये टाइम टेबल स्टूडेंट्स को अच्छे से प्लानिंग करने का मौका देगा ताकि वो अपनी पढ़ाई को सही दिशा दे सकें।
आईएससी कक्षा 12 परीक्षा पैटर्न आईएससी कक्षा 12 परीक्षाएं सिद्धांत और व्यावहारिक-आधारित मूल्यांकन पैटर्न का पालन करती हैं, जो छात्रों की मूल अवधारणाओं के साथ-साथ व्यावहारिक कौशल की समझ का मूल्यांकन करने के लिए डिज़ाइन की गई हैं। अधिकांश विषयों, विशेष रूप से विज्ञान और गृह विज्ञान में दो घटक होते हैं: एक सिद्धांत पत्र और एक व्यावहारिक/परियोजना घटक, जिसमें व्यावहारिक अंक अंतिम ग्रेड में महत्वपूर्ण योगदान देते हैं। सिद्धांत के पेपर आमतौर पर 2-3 घंटे लंबे होते हैं, जिनमें लघु उत्तर, दीर्घ उत्तर और अनुप्रयोग-आधारित समस्याओं को कवर करने वाले प्रश्न होते हैं।
अंग्रेजी और क्षेत्रीय भाषाओं सहित सभी भाषाओं में भाषा कौशल और साहित्य के लिए अलग-अलग प्रश्नपत्र शामिल हैं। कला, संगीत और फैशन डिज़ाइनिंग जैसे वैकल्पिक और रचनात्मक विषयों में अतिरिक्त प्रैक्टिकल या प्रोजेक्ट सबमिशन हो सकते हैं। अंकन योजना और समय आवंटन को समझने से छात्रों को तैयारी और परीक्षा के प्रयासों की प्रभावी रणनीति बनाने में मदद मिलती है।