लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जाति, मत-मजहब और संप्रदाय के नाम पर विवादित टिप्पणी करने वालों को सख्त हिदायत दी है। उन्होंने कहा, किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट, देवी-देवताओं, महापुरुषों और साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, किंतु विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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इसके साथ ही कहा, कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता पूर्वक सजा दिलवाई जाएगी। प्रदेश में सभी की सुरक्षा हमारी शीर्ष प्राथमिकता है। यूपी सरकार पर्व एवं त्योहारों को सौहार्दपूर्ण तरीके से संपन्न कराने हेतु प्रतिबद्ध है।
किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा संप्रदाय से जुड़े ईष्ट, देवी-देवताओं, महापुरुषों और साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, किंतु विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
कोई भी व्यक्ति अगर आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरता…
— Yogi Adityanath (@myogiadityanath) October 7, 2024
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दरअसल, त्योहारों के दृष्टिगत सोमवार को मुख्य सचिव, डीजीपी, अपर मुख्य सचिव गृह, एवं अन्य विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि हर मत, संप्रदाय की आस्था का सम्मान होना चाहिए। महापुरुषों के प्रति प्रत्येक नागरिक के मन में कृतज्ञता का भाव होना चाहिए, लेकिन इसके लिए न तो किसी को बाध्य किया जा सकता है और न ही किसी पर जबरन थोपा जा सकता है। किसी भी जाति, मत-मजहब अथवा सम्प्रदाय से जुड़े हुए इष्ट देवी-देवता, महापुरुषों अथवा साधु-संतों के विरुद्ध अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है, लेकिन विरोध के नाम पर अराजकता भी बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
उन्होंने आगे कहा, यदि कोई भी व्यक्ति आस्था के साथ खिलवाड़ करेगा अथवा महापुरुषों, देवी-देवताओं, सम्प्रदाय आदि के खिलाफ अभद्र टिप्पणी करेगा, तो उसे कानून के दायरे में लाकर कठोरतापूर्वक सजा दिलवाई जाएगी। सभी मत, मजहब तथा सम्प्रदाय आदि से जुड़े व्यक्तियों को एक-दूसरे का सम्मान करना चाहिए। विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़-फोड़ अथवा आगजनी कतई स्वीकार नहीं की जाएगी, यदि कोई व्यक्ति ऐसा दुस्साहस करेगा, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा, शारदीय नवरात्र तथा विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास, शांति और सौहार्दपूर्ण वातावरण के बीच सम्पन्न होना चाहिए। यह प्रत्येक जनपद तथा प्रत्येक थाने को सुनिश्चित करना होगा। माहौल खराब करने वालों को चिह्नित कर कठोर कार्रवाई की जाए। कानून के विरुद्ध कार्य करने वालों के साथ सख्ती से निपटा जाए। महिला सुरक्षा के दृष्टिगत, भीड़-भाड़ वाले इलाकों में फुट पेट्रोलिंग और PRV 112 की पेट्रोलिंग तेज की जाए। महिलाओं तथा बेटियों की सुरक्षा व सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सभी विभाग मिलकर कार्य करें।