नई दिल्ली। देश की सबसे पुरानी पार्टी कांग्रेस (Congress) इन दिनों आतंरिक कलह से जूझ रही है। कांग्रेस के पास पूर्णकालिक अध्यक्ष भी नहीं है। ऐसे में शिवसेना (Shiv Sena) ने कांग्रेस को पूर्णकालिक अध्यक्ष की जरूरत है। अपने मुखपत्र ‘सामना’ में लिखा है कि, भले ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) कांग्रेस के अंदर चल रही समस्याओं को दूर करने का प्रयास कर रहे हों, लेकिन पार्टी के कुछ बुजुर्ग नेताओं ने भाजपा से सांठगांठ कर ली है।
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ऐसे ही लोग पार्टी को पीछे ले जा रहे हैं। ऐसी स्थिति में कांग्रेस (Congress) को पूर्णकालिक अध्यक्ष की जरूरत है। इसके साथ ही सामना में लिखा है कि, बिना सिर के शरीर का क्या फायदा? …कांग्रेस बीमार है और उसका इलाज करना चाहिए, लेकिन इलाज सही है या गलत उसकी समीक्षा की जानी चाहिए।
बता दें कि, महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे के नेतृत्व में शिवसेना, कांग्रेस और एनसीपी के साथ मिलकर महा विकास अघाड़ी सरकार चला रही है। सामना ने लिखा है, पंजाब में दलित मुख्यमंत्री बनाना राहुल गांधी का जोरदार फैसला है।
इसके साथ ही सामना में लिखा गया है कि, कैप्टन अमरिंदर और लुइजिन फलेरियो को पार्टी ने मुख्यमंत्री जैसा सर्वोच्च पद दिया। इसके बाद भी ये लोग पार्टी छोड़ने की बात कर रहे हैं, ये बेशर्मी की हद है।