Covid 19: देश में कोरोना संक्रमण (Covid 19) के अब भी औसतन प्रतिदिन 40 हजार से अधिक मामले सामने आने के बीच कई राज्यों में बच्चों के लिए स्कूल खोल दिए गए हैं। इसको लेकर कई जगह विरोध के सुर भी सुनने को मिले और इसके साथ साथ समर्थन के भी। इस मामले को लेकर एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया(Randip guleria) ने मीडिया के कई सवालों का जवाब दिया है। वो सवाल इस प्रकार हैं।
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1. सवाल : देश में कोरोना संक्रमण के मामले अब भी सामने आ रहे हैं और कई प्रदेशों में बच्चों के स्कूल फिर से खोले जा रहे हैं, आप इसे कैसे देखते हैं?
जवाब : मेरा मानना है कि जिन जिलों में कोरोना के संक्रमण कम हो गए हैं तथा जहां कम संक्रमण दर है, वहां कड़ी निगरानी एवं कोविड प्रोटोकॉल के साथ स्कूलों को खोलने की अनुमति दी जानी चाहिए। स्कूलों को 50 प्रतिशत उपस्थिति के साथ या अलग-अलग शिफ्ट में शुरू किया जा सकता है।
2. सवाल : जब कोरोना की तीसरी लहर में बच्चों के प्रभावित होने की आशंका व्यक्त की जा रही है, ऐसे में स्कूल खोलना क्या उचित होगा?
जवाब : तीसरी लहर की चपेट में बच्चों के आने की बात इसलिए कही जा रही थी क्योंकि अब तक बच्चों का टीकाकरण नहीं हो पाया है। अगर हम भारत, यूरोप और ब्रिटेन में दूसरी लहर के आंकड़ों पर गौर करें तो हम पाएंगे कि बहुत कम बच्चे इस वायरस से प्रभावित हुए थे और उनमें गंभीर रूप से बीमार होने के मामले बहुत कम थे।
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3. सवाल : काफी संख्या में अभिभावकों ने बिना टीका लगाए बच्चों को स्कूल भेजने पर आपत्ति जताई है, आपकी इस पर क्या प्रतिक्रिया है?
जवाब : सभी बच्चों का टीकाकरण कराने में काफी समय लगेगा और ऐसे में तो अगले साल के बाद तक ही स्कूल खोले जा सकेंगे। इसके बाद वायरस के नए प्रारूप का खतरा भी रहेगा।