Cuisine Mood Magic : व्यंजन स्वाद तो दे सकते हैं पर क्या ये सुकून भी देते है। भारतीय पाक कला में इसका उत्तर मिल सकता है। भारतीय व्यंजन श्रंखला में कलर ,टेस्ट , पीस और म्यूजिक का कंबीनेशन छिपा है। व्यंजन से मूड और मैजिक सीधा संबंध है। यदि किसी व्यक्ति का मनपसंद व्यंजन के खाने से मूड नहीं बनता तो इसका मतलब ये हुआ कि बनाने वाले ने आपकी पसन्द का घ्यान नहीं रखा। इसी तरह कुछ व्यंजन ऐसे हैं कि जिनको खाने से सुकून मिलता है।
पढ़ें :- लंच में बाद या फिर शाम को जब कुछ खाने का करें मन तो ट्राई करें हेल्दी काबुली चने की चाट, ये है बनाने का तरीका
भारत को मसालों का घर कहा जाता है। भारतीय व्यंजन विविध हैं और यह दुनिया भर में लोकप्रिय भी। दरअसल, भारतीय पाक कला अपने विभिन्न क्षेत्रों, जैसे भाषाओं और धर्मों के बीच बहुत भिन्न होती है। तेजपत्ता, धनिया पत्ते, मेथी के पत्ते या पुदीने के पत्ते,इलायची, दालचीनी और लौंग, गरम मसाला, लहसुन, अदरक, प्याज और लाल मिर्च जैसे मसाले भारतीय व्यंजनों को देश की सीमाओं के पार भी लोकप्रिय बनाते है।
कई प्रकार की दालें भारतीय व्यंजनों का जायका बढ़ा देती है। कई तरह की दालें लाल और हरी दाल, अरहर की दाल, काले चने या फिर मूंग की फलियाँ, धुली मूंग या धूली उड़द से बनने वाले व्यंजन लोगों के दिलों में उतर जाती है। भारतीय व्यंजन श्रंखला में दिन और रात के हिसाब से व्यंजन बनाए जाते है। चांद की रोशनी में खाई जाने वाली खीर खाने से अनायास ही गीत निकलने लगता है।