नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल और ओडिशा को प्रभावित करने वाले तूफान यास का असर, उत्तर प्रदेश और बिहार में भी देखने को मिल रहा है। मौसम विभाग ने बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश (पूर्वांचल) और झारखंड के लिए अलर्ट जारी किया है। IMD ने पूर्वांचल के लिए ऑरेंज तो बिहार और झारखंड के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। इन इलाकों में भारी बारिश के आसार जताए गए हैं। मौसम विभाग ने कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, पुड्डुचेरी में भी बारिश संभावना जताई है। साथ ही छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तेलंगाना भी बारिश हो सकती है. उधर राजस्थान में तेज हवाएं चलने के आसार हैं।
पढ़ें :- चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर को बड़ा झटका, जनसुराज पार्टी के दो दिग्गज नेताओं ने छोड़ दी पार्टी
रांची में अधिकारियों ने बताया कि झारखंड में चक्रवात के आने की आशंका को देखते हुए पहले से ही सतर्कता बरती जा रही है। राज्य के निचले इलाकों में 10,000 से ज्यादा लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। आपदा प्रबंधन सचिव अमिताभ कौशल ने बताया कि ‘यास’ के मद्देनजर कुछ अन्य जिलों के अलावा पूर्वी और पश्चिमी सिंहभूम के संवेदनशील इलाकों में युद्धस्तर पर अभियान चलाया जा रहा है।
उधर, मौसम विभाग ने बिहार की राजधानी पटना समेत कई जिलों में बारिश का अनुमान जारी किया था। विभाग के वैज्ञानिकों ने 26 से 30 मई तक इस तूफान के कारण मौसम में बदलाव की संभावना जताई थी। तूफान के कारण भारी बारिश, तेज हवा, वज्रपात, पेड़ों का टूटना, जलजमाव और बिजली सप्लाई बाधित रहने की आशंका जताई गई थी। इसलिए सभी संबंधित विभागों को चक्रवाती तूफान को ध्यान में रखते हुए अग्रिम व्यवस्था करने का निर्देश दे दिया गया है।
कोलकाता में हो सकती है बारिश
क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र कोलकाता के अनुसार गुरुवार को सुबह 05.55 बजे से अगले 1-2 घंटों के दौरान पश्चिम बंगाल के कोलकाता, पूर्व और पश्चिम मेदिनीपुर जिलों के कुछ हिस्सों में बिजली और हल्की से मध्यम वर्षा के साथ गरज के साथ बारिश होने की संभावना है।
पढ़ें :- हमारी सरकार बनी तो शुरू करेंगे 'माई बहन मान योजना', तेजस्वी यादव बोले-इसके तहत माताओं और बहनों को मिलेंगे 2500 रुपये
ओडिशा के बालासोर और भद्रक जिलों में 128 गांवों में पानी भर गया। मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने इन गांवों के लिए सात दिनों तक राहत पहुंचाने की घोषणा की है। ओडिशा के विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने बताया कि बालासोर जिले के बहनागा और रेमुना ब्लॉक और भद्रक जिले के धामरा और बासुदेवपुर के कई गांवों में समुद्र का पानी घुस गया।
उन्होंने कहा कि प्रशासन स्थानीय लोगों की मदद से गांवों से पानी निकालने के वास्ते कदम उठा रहा है। जेना ने कहा कि मयूरभंज जिले के सिमलिपाल राष्ट्रीय उद्यान में भारी बारिश के कारण बुधबलंग नदी में अचानक बाढ़ आने की आशंका जताई गई है। दोपहर में नदी का जलस्तर 27 मीटर के खतरे के स्तर के मुकाबले 21 मीटर पर था।