नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली और एनसीआर (Delhi and NCR) के शहरों में प्रदूषण खतरनाक स्तर को पार कर चुका है। दिल्ली के कई इलाके हैं, जो रेड जोन में हैं। वह एक्यूआई 1000 के ऊपर या आसपास है। ऐसे इलाकों में स्वास्थ्य सलाहकार एन95 मास्क लगाकर बाहर निकलने या घर से न निकलने की सलाह दे रहे हैं। दिल्ली में कई इलाकों में सांस लेना मतलब सिगरेट पीने जैसा है। राष्ट्रीय राजधानी में सबसे खराब स्थिति 1023 के AQI पर है, जहां एक व्यक्ति प्रतिदिन 49 सिगरेट पीने के बराबर है।
पढ़ें :- दिल्ली-NCR में बढ़ा प्रदूषण: आज से ग्रेप-2 लागू होने के बाद इन गतिविधियों पर रहेंगी पाबंदियां
एन95 मास्क पहनना अनिवार्य
यूसीएमएस (UCMS) और जीटीबी अस्पताल (GTB Hospital) में सामुदायिक चिकित्सा के रेजिडेंट डॉक्टर डॉ. रजत शर्मा (Dr. Rajat Sharma, Resident Doctor of Community Medicine) ने कहा प्रदूषण इतना बढ़ गया है कि एन95 मास्क पहनना जरूरत बन गई है। स्वस्त व्यक्ति भी सांस से संबंधित बीमारियों का शिकार हो सकता है। उन्होंने आगे बताया कि सर्जिकल या कपड़े के मास्क नहीं पहनना है। इस हालात में एन95 मास्क बेहतर उपाय है।
शाम को पांच बजे के समय गाजियाबाद का एक्यूआई 603 दर्ज किया गया, जबकि वसुंधरा इलाके का 1176 दर्ज किया गया। गुरुग्राम का 608 और आर्य नगर इलाके का एक्यूआई 1023 दर्ज किया गया। फरीदाबाद का 475 और नोएडा का एक्यूआई 459 दर्ज हुआ।
समय साढ़े 4 बजे कहां सबसे ज्यादा एक्यूआई?
दिल्ली में शाम को साढ़े चार बजे मंदिर मार्ग इलाके का एक्यूआई 1063 दर्ज किया गया। मुंडका में 1023, गुरुग्राम के आर्य नगर में भी 1023 एक्यूआई, जहांगीरपुरी में 1003, पंजाबी बाग में 911, इहबास में 945 और आनंद विहार में 956 दर्ज किया गया। नई दिल्ली में एक्यूआई 805 बना दर्ज किया। दिल्ली के सभी इलाकों में एक्यूआई खतरनाक स्तर पर है।
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप का चौथा चरण लागू
दिल्ली-एनसीआर में ग्रेप (GRAP 4 Implement) का चौथा चरण लागू है। इसके तहत कई तरह के प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें निजी और सरकारी निर्माण कार्यों और खनन के कार्यों पर रोक लगी हुई है। इसके अलावा दिल्ली में बीएस-4 डीजल और बीएस-3 पेट्रोल वाहनों के प्रवेश पर रोक है। साथ ही ट्रकों की एंट्री पर बैन है। इसके अलावा दिल्ली-एनसीआर में 10वीं और 12वीं की कक्षाएं ऑनलाइन चलाई जा रही हैं।