टोल प्लाजा के इस सुविधा के कारन लोगो को बहुत राहत मिलेगी एनएचएआई के अनुसार, यह नए नियम 100 मीटर से कम कारों की कतार को सीमित करके यातायात को सुगम बनाने में मदद करेंगे। हालांकि, 100 परसेंट फ़ास्टटैग पेमेंट लागू होने के चलते अधिकांश टोल प्लाजा पर फिलहाल कोई वेटिंग टाइम नहीं है। अधिकारियों का कहना है कि 96 परसेंट फास्टैग के उपयोग के चलते अधिकतर टोल प्लाजा पर फरवरी के मध्य से टोल कलेक्शन पूरी तरह से कैशलैस रहा है। देश में बढ़ते इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन पेनेट्रेशन (ईटीसी) को ध्यान में रखते हुए उन्होंने यह भी कहा है कि एक अच्छे टोल कलेक्शन सिस्टम के लिए अगले 10 वर्षों के लिए यातायात अनुमानों के अनुसार एक नए डिजाइन का टोल प्लाजा बनाने पर जोर दिया गया है।
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नई गाइडलाइन्स के अनुसार, अगर किसी कारणवश टोल पर कतार 100 मीटर से बढ़ जाती है तो वहां खड़े वाहनों को बिना शुल्क वसूले जाने दिया जाएगा, जबतक कतार वापस 100 मीटर के अंदर नहीं पहुंच जाती. हर टोल प्लाज़ा के 100 मीटर पर एक पीली रेखा चिन्हित की जाएगी और यहीं से इस दूरी का पता लगाया जा सकेगा यह कदम टोल प्लाज़ा वालों को उनकी ज़िम्मेदारी की याद दिलाता रहेगा देशभर में इलेक्ट्रॉनिक रूप से टोल शुल्क की वसूली में तेज़ी आने के बाद इस पूरे प्रारूप को नई दशा और दिशा देने का काम भी जारी है राजमार्ग पर वाहनों के दबाव के शीर्ष समय में भी यह समयसीमा अपनाई जानी चाहिये ताकि वाहनों को कतार में कम से कम समय प्रतीक्षा करनी पड़े, टोल प्लाजा पर पहुंचने वाले 96 प्रतिशत वाहनों से भुगतान फास्टैग (FASTag) के जरिए लिया जा रहा है। वहीं, कुछ टोल बूथ पर यह 99 प्रतिशत तक दर्ज किया गया है। बता दें कि हाईवे पर जाम से मुक्त रखने के लिए और वाहनों की आवाजाही तेज करने के लिए फास्टैग टोल कलेक्शन को फरवरी 2021 से अनिवार्य कर दिया गया है।
फास्टैग को सभी पैसेंजर चारपहिया वाहन, बस, ट्रक, लाॅरी और निर्माण में उपयोग होने वाले कमर्शियल वाहनों के लिए लागू किया गया है। बता दें कि दोपहिया वाहनों में फास्टैग लगाना जरूरी नहीं है। फास्टैग अमेजन और पेटीएम जैसे ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर भी खरीदा जा सकता है। फास्टैग के लिए My Fastag मोबाइल ऐप भी जारी किया गया है, जिसपर अधिक जानकारी पाई जा सकती है।