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महादेव सट्टा एप मामले में ईडी ने भोपाल से गिरीश तलरेजा को किया गिरफ्तार, रतनलाल जैन उर्फ़ अमन की भी तलाश जारी

By संतोष सिंह 
Updated Date

भोपाल : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने महादेव सट्टा एप मामले (Mahadev Satta App Case) में गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार कर लिया है। गिरीश को बीती रात उनके निवास से भोपाल में गिरफ्तार किया गया। गिरीश तलरेजा (Girish Talreja)  महादेव सट्टा एप (Mahadev Satta App Case) के मुख्य प्रमोटर हैं। इसके साथ ही भोपाल के रतनलाल जैन (Ratanlal Jain) की भी तलाश जारी है।

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इस मामले में गिरीश तलरेजा (Girish Talreja)  के साथ प्रदीप तलरेजा (Pradeep Talreja) भी महत्वपूर्ण रोल निभा रहे हैं। प्रदीप तलरेजा को भी महादेव सट्टा एप का प्रमोटर बताया जा रहा है। गिरीश तलरेजा को गिरफ्तार किया जाने के बाद ईडी ने रायपुर, कोरबा, बिलासपुर, पत्थलगांव, सूरजपुर, और प्रतापपुर में छापा मारा। महादेव सट्टा एप के संबंध में रतनलाल जैन के अनेक अंतरराष्ट्रीय धंधे सामने आए हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जैन कई अरब देशों में अवैध धंधे कर रहे हैं और भारत से मनी लॉन्ड्रिंग कर रहे हैं।

रतनलाल जैन के अरब देशों से तालुकात

एक रिपोर्ट के अनुसार, रतनलाल जैन (Ratanlal Jain)  के कई अरब देशों में अवैध धंधे हैं। इसके जरिए वह भारत से काफी मात्रा में मनी लांड्रिंग (Money Laundering) करने में कामयाब होता रहा है। रिपोर्ट में यह भी खुलासा किया गया है कि वह पाकिस्तान भी जाता है और उसके साथ भी कुछ तालुकात हैं। इससे संदेह हो रहा है कि वह अन्यायपूर्ण कार्यों में शामिल हो सकता है। इस मामले में न्यायिक कार्यवाही की जा रही है।

भोपाल ईडी (ED)  की टीम ने गिरीश तलरेजा (Girish Talreja)  को गिरफ्तार किया है और उन्हें रायपुर ईडी (ED) को सौंपा गया है। इस मामले में अब न्यायिक प्रक्रिया जारी है। यह सामाजिक और आर्थिक उत्थान के लिए महत्वपूर्ण है कि इस तरह के अपराधियों के खिलाफ सरकारें सख्त कदम उठाएं।

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इससे सामाजिक न्याय स्थापित होगा और अपराधियों को सजा मिलेगी। अब जांच की जा रही है कि कितने और लोग इस मामले में शामिल हैं और कैसे इसे समाधान किया जा सकता है। इससे पहले भी महादेव सट्टा एप (Mahadev Satta App) के संबंध में कई मामले सामने आए हैं। सूत्र बताते हैं कि सौरभ चंद्राकर और रवि उप्पल इस घोटाले में सिर्फ बलि का बकरा हो सकते हैं, जबकि असली मास्टरमाइंड, रतन लाल जैन और गिरीश तलरेजा, महादेव ऐप (Mahadev App) और कई अन्य वेबसाइटों के असली मालिक हैं।

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