नई दिल्ली। रियल एस्टेट (Real Estate) का कारोबार करने वाली कंपनी तुलसियानी ग्रुप (Tulsiani Group) के ठिकानों पर ईडी (ED) ने बुधवार को छापा मारा है। ईडी (ED) की टीमें लखनऊ, प्रयागराज, नोएडा, दिल्ली और गुरुग्राम में छानबीन कर रही हैं। कंपनी पर बैंक और निवेशकों की करोड़ों रुपये की रकम हड़पने का आरोप है। बीते दिसंबर माह में ईडी (ED) ने कंपनी के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट (Money Laundering Act) में केस दर्ज कर जांच शुरू की थी। बता दें कि मशहूर फिल्म अभिनेता शाहरुख खान की पत्नी गौरी खान तुलसियानी ग्रुप की ब्रांड एंबेसडर रह चुकी हैं।
पढ़ें :- झारखंड में पीएम मोदी के हेलीकॉप्टर में आई तकनीकी खराबी, देवघर एयरपोर्ट पर रूके, दिल्ली वापसी में देरी
मिली जानकारी के अनुसार तुलसियानी ग्रुप (Tulsiani Builder) ने पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) की कर्ज की रकम हड़पने और तमाम निवेशकों द्वारा दर्ज कराए गये मुकदमों के आधार पर ईडी (ED) ने जांच शुरू की थी। कंपनी ने कूटरचित दस्तावेज जमाकर पीएनबी से 4.63 करोड़ रुपये कर्ज लिया था। जब बैंक ने कर्ज वसूली के लिए पत्राचार किया तो बिल्डर ने कोई जवाब नहीं दिया। तत्पश्चात बैंक मैनेजर की शिकायत पर तुलसियानी ग्रुप (Tulsiani Group) के निदेशक महेश तुलसियानी, अनिल कुमार तुलसियानी और पूर्व निदेशकों पर हजरतगंज कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया था। वहीं, निवेशकों के करोड़ों रुपये हड़पने के आरोप में लखनऊ पुलिस ने अजय तुलसियानी और अनिल कुमार तुलसियानी को गिरफ्तार किया था। ईडी (ED) की प्रारंभिक पड़ताल में निवेशकों और बैंक की 30 करोड़ से अधिक रकम हड़पने की पुष्टि होने के बाद सुबूत जुटाने के लिए बुधवार को छापे मारे गए हैं।
दरअसल तुलसियानी बिल्डर (Tulsiani Builder) लुभावनी स्कीम के जरिए लोगों को फ्लैट देने का वादा कर रकम जमा करा रहा था, जबकि उसके पास फ्लैट तो दूर की बात जमीन तक नहीं थी। कंपनी के निदेशक राजधानी में अंसल की सुशांत गोल्फ सिटी (Sushant Golf City) में फ्लैट बनाने का झांसा देकर रकम जमा कराते थे।
फ्लैट नहीं मिलने पर बीते पांच वर्षों के दौरान दर्जनों निवेशकों ने तुलसियानी बिल्डर (Tulsiani Builder) के खिलाफ मुकदमे दर्ज कराए हैं। बाद में बिल्डर ने सुशांत गोल्फ सिटी (Sushant Golf City) में फ्लैट बनवाए मगर निवेशकों को कब्जा देने में टालमटोल करता रहा। रेरा में इसकी शिकायत होने पर तीन फ्लैट जब्त किए गए थे। सूत्रों की मानें तो तुलसियानी ग्रुप (Tulsiani Group) के खिलाफ निवेशकों द्वारा दर्ज कराए गए तमाम मुकदमों के बाद ईडी (ED) ने भी इसकी जांच शुरू की थी।