मुंबई। योग गुरु बाबा रामदेव और आईएमए के बीच बीतों दिनों से छिड़ा विवाद में रोजाना तूल पकड़ता ही जा रहा है। अब इस विवाद में फिल्ममेकर हंसल मेहता की भी एंट्री हो गई है। हंसल मेहता ने रामदेव को ‘बेवकूफ’ बता दिया है।
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वहीं हंसल मेहता ने भी इस मुद्दे पर अपनी हाजिरी दर्ज की है और बाबा रामदेेव के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए अपना बयान दिया है। हंसल मेहता ने रीट्वीट करते हुए लिखा कि ‘यह बेवकूफ (इडियट) आदमी हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स का कीमती समय बर्बाद कर रहा है। हंसल का यह ट्वीट इस समय आग में घी डालने जैसा काम कर रहा है और काफी तेजी से वायरल भी हो रहा है।
This idiot is wasting precious time of our frontline workers. https://t.co/kcdEEtFe7z
— Hansal Mehta (@mehtahansal) May 25, 2021
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बता दें कि हंसल सोशल मीडिया पर काफी सक्रिय रहते हैं। साथ ही उनकी गिनती इंडस्ट्री की उन हस्तियों में होती है जो बेबाकी से अपनी राय रखते हैं। ऐसे में यह ट्वीट एक नई जंग को बुलावा दे रहा है। उनके फैंस और तमाम सोशल मीडिया यूजर्स ट्वीट पर अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं।
बता दें कि बाबा रामदेव ने एक खुला पत्र जारी कर आइएमए और फार्मा कंपनी से 25 प्रश्न पूछे हैं। बाबा रामदेव ने इस पत्र में हेपटाइटिस, लीवर सोयराइसिस, हार्ट एनलार्जमेंट, शुगर लेवल 1 और 2, फैटी लीवर, थायराइड, ब्लॉकेज, बाईपास, माइग्रेन, पायरिया, अनिद्रा, स्ट्रेस, ड्रग्स एडिक्शन, गुस्सा आदि पर स्थायी इलाज को लेकर सवाल पूछे हैं। रामदेव के इस ट्वीट को रिट्वीट करते हुए हंसल मेहता ने लिखा, ‘यह बेवकूफ हमारे फ्रंटलाइन वर्कर्स का कीमती समय बर्बाद कर रहा है।’
बाबा रामदेव ने कोरोना के समय ऑक्सीजन प्रयोग होने को लेकर फार्मा कंपनी से सवाल किया। बाबा रामदेव ने पूछा कि क्या फार्मा कंपनी पर ऐसी कोई दवा है जिससे कोरोना संक्रमण के मरीज का बिना ऑक्सीजन सिलिंडर के ऑक्सीजन बढ़ जाए। बाबा रामदेव के पत्र में आखिरी सवाल सारे सवालों से बड़ा है। बाबा रामदेव ने पूछा कि अगर एलोपैथी सर्वशक्तिमान और सर्वगुण सम्पन्न है तो फिर एलोपैथी के डॉक्टर तो बीमार होने ही नहीं चाहिए?
बताते चलें कि बाबा रामदेव ने एलोपैथी और डॉक्टरों के खिलाफ बयान दिया था और इसके बाद से ही विवाद हुआ था। हालांकि, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के दखल देने के बाद बाबा रामदेव ने अपना बयान वापस ले लिया था। उन्होंने कहा कि वो हर चिकित्सा पद्धति का सम्मान करते हैं। योग गुरु ने कहा कि उन्होंने एक कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन में वॉट्सअप मैसेज को पढ़ा था। फिर भी अगर किसी को उस बयान से परेशानी हुई तो मुझे खेद है।